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                                                      आज का पञ्चांग,दिन,मंगलवार,दिनांक 25/11/2025,




               *|| 🕉️ ||*
         *🌞सुप्रभातम🌞*
         *आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 25/11/2025, मंगलवार


*जय श्री राम*

*पंचमी, शुक्ल पक्ष,*
*मार्गशीर्ष*
(समाप्ति काल)

तिथि------------ पंचमी 22:56:27.      तक 
पक्ष-------------------------- शुक्ल
नक्षत्र------- उत्तराषाढा 23:56:48
योग-------------- गण्ड 12:48:49
करण--------------- बव 10:12:19
करण---‐------- बालव 22:56:27
वार----------------------- मंगलवार
माह----------------------- मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि------------------    मकर
सूर्य राशि------------------   वृश्चिक
रितु---------------------------हेमंत
आयन------------------ दक्षिणायण
संवत्सर------------------- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर)-------------- सिद्धार्थी
विक्रम संवत-----------------2082 
गुजराती संवत-------------- 2082 
शक संवत------------------ 1947 
कलि संवत------------------ 5126
सूर्योदय---------------- 06:49:05
सूर्यास्त----------------- 17:23:13
दिन काल-------------- 10:34:08
रात्री काल-------------- 13:26:38
चंद्रोदय----------------- 10:57:37
चंद्रास्त----------------- 21:33:41
लग्न----  वृश्चिक 8°48' , 218°48'
सूर्य नक्षत्र----------------- अनुराधा
चन्द्र नक्षत्र--------------- उत्तराषाढा
नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र

*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*

भो---- उत्तराषाढा 10:57:56

जा---- उत्तराषाढा 17:28:13

जी---- उत्तराषाढा 23:56:48

खी---- श्रवण 30:23:35

*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
============================
सूर्य=  वृश्चिक 08°49 ,  अनुराधा   2       नी
चन्द्र= मकर  01°30 ,       उo षाo 2     भो
बुध = तुला  28°52 '    विशाखा   3      ते
शु क्र= तुला 28°05,   विशाखा   , 3      ते
मंगल= वृश्चिक 20°30 '     ज्येष्ठा  2      या 
गुरु= कर्क  00°50      पुनर्वसु,     4      ही 
शनि=मीन 01°02 '    पूo भा o  , 4       दी 
राहू=(व) कुम्भ 19°58 पू o भा o,      4   सू
केतु= (व) सिंह 19°58 पूoफा o   2       टा
============================

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 14:45 - 16:04 अशुभ
यम घंटा 09:28 - 10:47 अशुभ
गुली काल 12:06 - 13:25 अशुभ 
अभिजित 11:45 - 12:27 शुभ
दूर मुहूर्त 08:56 - 09:38 अशुभ
दूर मुहूर्त 22:46 - 23:28 अशुभ
वर्ज्यम 28:15* - 29:58* अशुभ
प्रदोष 17:23 - 20:07        शुभ

💮चोघडिया, दिन

रोग 06:49 - 08:08 अशुभ
उद्वेग 08:08 - 09:28 अशुभ
चर 09:28 10:47 शुभ
लाभ 10:47 12:06 शुभ
अमृत 12:06 - 13:25 शुभ
काल 13:25 14:45 अशुभ
शुभ 14:45-16:04 शुभ
रोग 16:04 - 17:23 अशुभ

🚩चोघडिया, रात

काल 17:23 19:04 अशुभ
लाभ 19:04 - 20:45 शुभ
उद्वेग 20:45 - 22:26 अशुभ
शुभ 22:26 - 24:07* शुभ
अमृत 24:07* - 25:47* शुभ
चर 25:47* - 27:28* शुभ
रोग 27:28* - 29:09* अशुभ
काल 29:09* - 30:50* अशुभ

💮होरा, दिन

मंगल 06:49- 07:42
सूर्य 07:42- 08:35
शुक्र 08:35- 09:28
बुध 09:28 -10:20
चन्द्र 10:20 -11:13
शनि 11:13 -12:06
बृहस्पति 12:06- 12:59
मंगल 12:59 -13:52
सूर्य 13:52 -14:45
शुक्र 14:45 -15:38
बुध 15:38- 16:30
चन्द्र 16:30 -17:23

🚩होरा, रात

शनि 17:23 -18:30
बृहस्पति 18:30 -19:38
मंगल 19:38- 20:45
सूर्य 20:45- 21:52
शुक्र 21:52- 22:59
बुध 22:59 -24:07
चन्द्र 24:07-25:14
शनि 25:14-26:21
बृहस्पति 26:21-27:28
मंगल 27:28-28:35
सूर्य 28:35- 29:43
शुक्र 29:43-30:50

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 

वृश्चिक > 06:10 से  09:30     तक
धनु     > 09:30  से  10:38     तक
मकर   > 10:38 से  12:10     तक
कुम्भ   > 12:10  से  13:44     तक
मीन    > 13:44  से  15:20     तक
मेष     > 15:20  से  16:50     तक     
वृषभ   > 16:50 से  18:44     तक
मिथुन  > 18:44 से 21:14      तक
कर्क    > 21:14  से 23:20    तक
सिंह    > 23:20 से  01:30      तक
कन्या  > 01:30  से   04:00    तक
तुला   >  04:00  से  06:02    तक
=======================

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान------------- उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

 5 + 3 + 1 =  9 ÷ 4 = 01शेष
 पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

बुध ग्रह मुखहुति

*💮    शिव वास एवं फल -:*

  5 + 5 + 5 = 15 ÷ 7 =  1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*

*बिहार पंचमी*

*श्री राम जानकी विवाहोत्सव*

*श्री बांके बिहारी जी प्राकटयोत्सव*

*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

विप्रो वृक्षस्तस्य मूलं च सन्ध्या
वेदाः शाखा धर्मकर्माणि पत्रम् ।
तस्मात्‍ मूलं यत्नो रक्षणीयम्
छिन्ने मूले नैव शाखा न पत्रम् ।।
।।चाo नीo।।

   ब्राह्मण एक वृक्ष के समान है. उसकी प्रार्थना ही उसका मूल है. वह जो वेदों का गान करता है वही उसकी शाखाए है. वह जो पुण्य कर्म करता है वही उसके पत्ते है. इसीलिए उसने अपने मूल को बचाना चाहिए. यदि मूल नष्ट हो जाता है तो शाखाये भी ना रहेगी और पत्ते भी.

*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*

गीता -:  कर्मयोग अo-3

न हि कश्चित्क्षणमपि जातु तिष्ठत्यकर्मकृत्‌।
 कार्यते ह्यवशः कर्म सर्वः प्रकृतिजैर्गुणैः॥

निःसंदेह कोई भी मनुष्य किसी भी काल में क्षणमात्र भी बिना कर्म किए नहीं रहता क्योंकि सारा मनुष्य समुदाय प्रकृति जनित गुणों द्वारा परवश हुआ कर्म करने के लिए बाध्य किया जाता है
 ॥5॥

*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में चैन रहेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। घरेलू कार्य समय पर होंगे। सुख-शांति बनी रहेगी। थकान व कमजोरी रहेगी। प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी। अविवाहितों के लिए वैवाहिक प्रस्ताव आ सकता है। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी।

🐂वृष
भूमि व भवन के खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। बड़ा लाभ के योग हैं। परीक्षा व साक्षात्कार में सफलता प्राप्त होगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यापार लाभदायक रहेगा। जल्दबाजी न करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। शत्रुता में वृद्धि हो सकती है।

👫मिथुन
आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मियों का साथ मिलेगा। जल्दबाजी न करें। धनागम होगा। थकान महसूस होगी। शारीरिक आराम की आवश्यकता रहेगी। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे।

🦀कर्क
परिवार के छोटे सदस्यों के अध्ययन तथा स्वास्थ्य संबंधी चिंता रहेगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। लापरवाही न करें। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। निवेश में विवेक का प्रयोग करें। धनार्जन होगा।

🐅सिंह
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। गृहिणियां विशेष सावधानी रखें। रसोई में चोट लग सकती है। अपेक्षित कार्यों में विलंब हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद से क्लेश हो सकता है।

🙎‍♀️कन्या
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बनेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा।

⚖️तुला
आय में निश्चितता रहेगी। व्यवसाय-व्यापार लाभदायक रहेगा। पुराने शत्रु सक्रिय रहेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी व्यक्ति से बेवजह विवाद हो सकता है। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है, धैर्य रखें। शारीरिक कष्ट के योग हैं। लापरवाही न करें।

🦂वृश्चिक
उत्साह बढ़ेगा। कार्य की बाधा दूर होकर स्थिति लाभप्रद रहेगी। कोई बड़ी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। प्रमाद न करें। शरीर साथ नहीं देगा। स्वास्‍थ्य का ध्यान रखें।

🏹धनु
कार्यप्रणाली में सुधार होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मित्रों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। कारोबारी अनुबंध होंगे। आशंका-कुशंका के चलते निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होगी। योजना में परिवर्तन हो सकता है।

🐊मकर
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास मनोनुकूल रहेंगे। अपनी देनदारी समय पर चुका पाएंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। धनार्जन होगा। कोई ऐसा कार्य न करें जिससे कि नीचा देखना पड़े।

🍯कुंभ
किसी धार्मिक आयोजन में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी। आय में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। रोमांस के मामले में समय खुशनुमा रहेगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा।

🐟मीन
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नौकरी में अधिकारी की अपेक्षाएं बढ़ेगी। तनाव रहेगा। कुसंगति से हानि होगी। दूसरों के कार्य की जवाबदारी न लें। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। पुराना रोग उभर सकता है।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩* 










You Tube: 
1. Youtube:  ग्रह वाणी   
https://youtu.be/RwbixOslOhI

2. Youtube:  B I News
https://youtu.be/VwwU7GSmc8o?si=Y4y_DG_etYEolPQ0


PLEASE:-
भारत माता की जय


 

विधायक महेश त्रिवेदी के नेतृत्व में सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्म जयंती के अवसर पर निकाली गई पदयात्रा
विधायक महेश त्रिवेदी के नेतृत्व में सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्म जयंती के अवसर पर निकाली गई पदयात्रा 

आज भारत के उप प्रधानमंत्री और भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 150 वी जयंती के शुभ अवसर पर जूही मंडल h ब्लॉक गोविंद नगर स्थित मेजर अविनाश सिंह भदोरिया पार्क से पदयात्रा प्रारंभ हुई। कार्यक्रम की शुरुआत शहीद मेजर अविनाश सिंह भदोरिया की प्रतिमा पर विधायक महेश त्रिवेदी द्वारा माल्यार्पण कर किया गया। जिसमें जूही मंडल के मंडल मंत्री डॉक्टर समरदीप पांडेय ने अपने मंडल के पदाधिकारीयों के साथ इस यात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जगह-जगह पुष्प वर्षा लोगों ने की। यात्रा का समापन किदवई नगर में किया गया। एकता और अखंडता के प्रति कहे जाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल नेता होने के साथ एक कठोर प्रशासक भी थे जिन्होंने अलग-अलग रियासतों का एकीकरण करने में अहम भूमिका निभाई। युवा समाज के लिए प्रेरणा के स्रोत थे। जिन्होंने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का कार्य किया। तथा उनकी जन्म जयंती के अवसर पर वरिष्ठ नेता दिलीप सिंह, वरिष्ठ नेता विकास दुबे, वरिष्ठ नेता प्रकाश वीर आर्य, जूही मंडल अध्यक्ष दीपू पासवान, मंडल महामंत्री दिव्यांशु बाजपेई, मंडल महामंत्री मनीष गंगवानी, मंडल उपाध्यक्ष सुशील दीक्षित, मंडल उपाध्यक्ष राजीव अवस्थी, पूर्व मंडल उपाध्यक्ष दुर्गेश शुक्ला, मंडल मंत्री डॉक्टर समरदीप पांडेय, कोषाध्यक्ष अभिषेक त्रिपाठी, मंडल मंत्री लव सिंह, भारत मेडिकल स्टोर, जूही मंडल के सभी पदाधिकारी मोर्चे के सभी पदाधिकारी भारी संख्या में क्षेत्र की जनता उपस्थित रहि

                            

आज का पांचांग दिन सोमवार दिनांक 24/11/2025

                                     

                  🌞सुप्रभातम🌞 

      ⚜️««« *आज का पंचांग* »»»⚜️

       दिनांक:- 24/11/2025सोमवार


*जय श्री राम*

   

चतुर्थी, शुक्ल पक्ष, 

मार्गशीर्ष

(समाप्ति काल)


तिथि-‐---------- चतुर्थी 21:21:37    तक 

पक्ष-----------‐-------------- शुक्ल

नक्षत्र----‐‐--- पूर्वाषाढा 21:52:45

योग‐---------‐---- शूल 12:35:49

करण----------- वणिज 08:25:15

करण-------- विष्टि भद्र 21:21:37

वार------------------------ सोमवार 

माह----------------------- मार्गशीर्ष

चन्द्र राशि-------    धनु 28:26:05

चन्द्र राशि----------‐-------    मकर

सूर्य राशि------------------   वृश्चिक

रितु--------------------------- हेमंत

आयन------------------ दक्षिणायण

संवत्सर--------‐---------- विश्वावसु

संवत्सर (उत्तर) --------------सिद्धार्थी

विक्रम संवत-‐-------------- 2082 

गुजराती संवत-------------- 2082 

शक संवत------------------ 1947 

कलि संवत------------------ 5126

सूर्योदय---------------- 06:48:18

सूर्यास्त----------------- 17:23:23

दिन काल-------------- 10:35:05

रात्री काल-------------- 13:25:41

चंद्रोदय-----------‐---- 10:14:18

चंद्रास्त----------------- 20:35:14

लग्न ----  वृश्चिक 7°47' , 217°47'

सूर्य नक्षत्र--‐-------------- अनुराधा

चन्द्र नक्षत्र---------------- पूर्वाषाढा

नक्षत्र पाया--------------------  ताम्र


*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*


धा---- पूर्वाषाढा 08:42:09


फा---- पूर्वाषाढा 15:18:05


ढा---- पूर्वाषाढा 21:52:45


भे---- उत्तराषाढा 28:26:05


*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*


        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद

============================

सूर्य=  वृश्चिक 07°49 ,  अनुराधा   2       नी

चन्द्र= धनु  19°30 ,          पूo षाo 2     धा

बुध = तुला  29°52 '    विशाखा   3      ते

शु क्र= तुला 27°05,   विशाखा   , 3      ते

मंगल= वृश्चिक 19°30 '     ज्येष्ठा  1      नो

गुरु= कर्क  00°50      पुनर्वसु,     4      ही 

शनि=मीन 01°02 '    पूo भा o  , 4       दी 

राहू=(व) कुम्भ 20°01 पू o भा o,      1   से 

केतु= (व) सिंह 20°01 पूoफा o   3       टी 

============================


*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*


राहू काल 08:08 - 09:27 अशुभ

यम घंटा 10:46 - 12:06 अशुभ

गुली काल 13:25 - 14:45 अशुभ 

अभिजित 11:45 - 12:27 शुभ

दूर मुहूर्त 12:27 - 13:09 अशुभ

दूर मुहूर्त 14:34 - 15:16 अशुभ

प्रदोष 17:23 - 20:07       शुभ


💮चोघडिया, दिन


अमृत 06:48 - 08:08 शुभ

काल 08:08 - 09:27 अशुभ

शुभ 09:27 - 10:46 शुभ

रोग 10:46 - 12:06 अशुभ

उद्वेग 12:06 - 13:25 अशुभ

चर 13:25 14:45 शुभ

लाभ 14:45-16:04 शुभ

अमृत 16:04 17:23 शुभ


🚩चोघडिया, रात


चर 17:23 19:04 शुभ

रोग 19:04 - 20:45 अशुभ

काल 20:45 22:26 अशुभ

लाभ 22:26 - 24:06* शुभ

उद्वेग 24:06* - 25:47* अशुभ

शुभ 25:47* - 27:28* शुभ

अमृत 27:28* - 29:08* शुभ

चर 29:08*- 30:49* शुभ


💮होरा, दिन


चन्द्र 06:48- 07:41

शनि 07:41- 08:34

बृहस्पति 08:34 -09:27

मंगल 09:27 -10:20

सूर्य 10:20 -11:13

शुक्र 11:13 -12:06

बुध 12:06 -12:59

चन्द्र 12:59 -13:52

शनि 13:52 -14:45

बृहस्पति 14:45- 15:38

मंगल 15:38 -16:30

सूर्य 16:30 -17:23


🚩होरा, रात


शुक्र 17:23- 18:31

बुध 18:31 -19:38

चन्द्र 19:38- 20:45

शनि 20:45- 21:52

बृहस्पति 21:52- 22:59

मंगल 22:59- 24:06

सूर्य 24:06-25:13

शुक्र 25:13 -26:21

बुध 26:21-27:28

चन्द्र 27:28-28:35

शनि 28:35-29:42

बृहस्पति 29:42-30:49


*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 


वृश्चिक > 06:14 से  09:34     तक

धनु     > 09:34  से  10:42     तक

मकर   > 10:42 से  12:14     तक

कुम्भ   > 12:14  से  13:48     तक

मीन    > 13:48  से  15:24     तक

मेष     > 15:24  से  16:54     तक     

वृषभ   > 16:54 से  18:48     तक

मिथुन  > 18:48 से 21:18      तक

कर्क    > 21:18  से 23:24    तक

सिंह    > 23:24 से  01:34      तक

कन्या  > 01:34  से   04:04    तक

तुला   >  04:04  से  06:06    तक

=======================


*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*


       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट


*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।


*💮दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*


*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*


 4 + 2 + 1 =  7 ÷ 4 = 3 शेष

 पृथ्वी लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l


*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*


सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है


बुध ग्रह मुखहुति


*💮    शिव वास एवं फल -:*


  4 + 4 + 5 = 13 ÷ 7 =  6 शेष


क्रीड़ायां = शोक, दुःख कारक


*🚩भद्रा वास एवं फल -:*


*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*


 प्रातः 08:23 से  रात्रि 21:22


पाताल लोक  =  धनलाभ कारक 


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


 *वैनायकी चतुर्थी  व्रत 


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


वरं वनं व्याघ्रगजेन्द्रसेवितं

द्रुमालयं पक्वफलाम्बुसेवनम् ।

तृणेषु शय्या शतजीर्णबल्कलं

न बन्धुमध्ये धनहीनजीवनम् ।।

।।चाo नीo।।


  यह बेहतर है की आप जंगल में एक झाड के नीचे रहे, जहा बाघ और हाथी रहते है, उस जगह रहकर आप फल खाए और जलपान करे, आप घास पर सोये और पुराने पेड़ो की खाले पहने. लेकिन आप अपने सगे संबंधियों में ना रहे यदि आप निर्धन हो गए है.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -:  कर्मयोग अo-3


न कर्मणामनारंभान्नैष्कर्म्यं पुरुषोऽश्नुते।

 न च सन्न्यसनादेव सिद्धिं समधिगच्छति॥


मनुष्य न तो कर्मों का आरंभ किए बिना निष्कर्मता (जिस अवस्था को प्राप्त हुए पुरुष के कर्म अकर्म हो जाते हैं अर्थात फल उत्पन्न नहीं कर सकते, उस अवस्था का नाम 'निष्कर्मता' है।) को यानी योगनिष्ठा को प्राप्त होता है और न कर्मों के केवल त्यागमात्र से सिद्धि यानी सांख्यनिष्ठा को ही प्राप्त होता है

 ॥4॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में चैन रहेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। घरेलू कार्य समय पर होंगे। सुख-शांति बनी रहेगी। थकान व कमजोरी रहेगी। प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी। अविवाहितों के लिए वैवाहिक प्रस्ताव आ सकता है। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी।


🐂वृष

भूमि व भवन के खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। बड़ा लाभ के योग हैं। परीक्षा व साक्षात्कार में सफलता प्राप्त होगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यापार लाभदायक रहेगा। जल्दबाजी न करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। शत्रुता में वृद्धि हो सकती है।


👫मिथुन

आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मियों का साथ मिलेगा। जल्दबाजी न करें। धनागम होगा। थकान महसूस होगी। शारीरिक आराम की आवश्यकता रहेगी। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे।


🦀कर्क

परिवार के छोटे सदस्यों के अध्ययन तथा स्वास्थ्य संबंधी चिंता रहेगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। लापरवाही न करें। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। निवेश में विवेक का प्रयोग करें। धनार्जन होगा।


🐅सिंह

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। गृहिणियां विशेष सावधानी रखें। रसोई में चोट लग सकती है। अपेक्षित कार्यों में विलंब हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद से क्लेश हो सकता है।


🙎‍♀️कन्या

विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बनेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा।


⚖️तुला

आय में निश्चितता रहेगी। व्यवसाय-व्यापार लाभदायक रहेगा। पुराने शत्रु सक्रिय रहेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी व्यक्ति से बेवजह विवाद हो सकता है। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है, धैर्य रखें। शारीरिक कष्ट के योग हैं। लापरवाही न करें।


🦂वृश्चिक

उत्साह बढ़ेगा। कार्य की बाधा दूर होकर स्थिति लाभप्रद रहेगी। कोई बड़ी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। प्रमाद न करें। शरीर साथ नहीं देगा। स्वास्‍थ्य का ध्यान रखें।


🏹धनु

कार्यप्रणाली में सुधार होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मित्रों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। कारोबारी अनुबंध होंगे। आशंका-कुशंका के चलते निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होगी। योजना में परिवर्तन हो सकता है।


🐊मकर

व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास मनोनुकूल रहेंगे। अपनी देनदारी समय पर चुका पाएंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। धनार्जन होगा। कोई ऐसा कार्य न करें जिससे कि नीचा देखना पड़े।


🍯कुंभ

किसी धार्मिक आयोजन में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी। आय में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। रोमांस के मामले में समय खुशनुमा रहेगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा।


🐟मीन

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नौकरी में अधिकारी की अपेक्षाएं बढ़ेगी। तनाव रहेगा। कुसंगति से हानि होगी। दूसरों के कार्य की जवाबदारी न लें। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। पुराना रोग उभर सकता है।


*🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏*









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🚩🚩भारत माता की जय🚩🚩

                                                                


आज का पांचांग दिन शनिवार दिनांक 22/11/2025



                  🌞सुप्रभातम🌞 

      ⚜️««« *आज का पंचांग* »»»⚜️

       दिनांक:- 23/11/2025, रविवार


 *जय श्री राम*

*तृतीया, शुक्ल पक्ष,* 

*मार्गशीर्ष*

(समाप्ति काल)


तिथि------------ तृतीया 19:24:08.     तक 

पक्ष-------------------------- शुक्ल

नक्षत्र-------------- मूल 19:26:58

योग--------------- धृति 12:07:35

करण--------------- गर 19:24:08

वार------------------------  रविवार 

माह----------------------- मार्गशीर्ष

चन्द्र राशि-------------------    धनु

सूर्य राशि-----------------    वृश्चिक

रितु--------------------------- हेमंत

आयन------------------ दक्षिणायण

संवत्सर------------------- विश्वावसु

संवत्सर (उत्तर)-------------- सिद्धार्थी

विक्रम संवत---------------- 2082

गुजराती संवत-------------- 2082

शक संवत------------------ 1947 

कलि संवत----------------- 5126

सूर्योदय---------------- 06:47:31

सूर्यास्त----------------- 17:23:35

दिन काल-------------- 10:36:03

रात्री काल-------------- 13:24:43

चंद्रोदय----------------- 09:26:09

चंद्रास्त----------------- 19:38:31

लग्न----वृश्चिक 6°47' , 216°47'

सूर्य नक्षत्र-----------------अनुराधा

चन्द्र नक्षत्र--------------------- मूल

नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र


*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*


भा---- मूल 12:47:55


भी---- मूल 19:26:58


भू---- पूर्वाषाढा 26:05:05


*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*


        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद

============================

सूर्य=  वृश्चिक 07°49 ,  अनुराधा   2       नी

चन्द्र= धनु  12°30 ,            मूल  4     भी 

बुध = वृश्चिक  00°52 ' विशाखा   4      तो 

शु क्र= तुला 26°05,   विशाखा   , 2      तू 

मंगल= वृश्चिक 19°30 '     ज्येष्ठा  1      नो

गुरु= कर्क  00°50      पुनर्वसु,     4      ही 

शनि=मीन 01°02 '    पूo भा o  , 4       दी 

राहू=(व) कुम्भ 20°04 पू o भा o,      1   से 

केतु= (व) सिंह 20°04 पूoफा o   3       टी 

============================


*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*


राहू काल 16:04 - 17:24 अशुभ

यम घंटा 12:06 - 13:25 अशुभ

गुली काल 14:45 - 16:04 अशुभ 

अभिजित 11:44 - 12:27 शुभ

दूर मुहूर्त 15:59 - 16:41 अशुभ

वर्ज्यम 17:41 - 19:27 अशुभ

प्रदोष 17:24 - 20:07      शुभ


🚩गंड मूल 06:48 - 19:27 अशुभ


💮चोघडिया, दिन


उद्वेग 06:48 - 08:07 अशुभ

चर 08:07 - 09:27 शुभ

लाभ 09:27 - 10:46 शुभ

अमृत 10:46 12:06 शुभ

काल 12:06 13:25 अशुभ

शुभ 13:25 - 14:45 शुभ

रोग 14:45 - 16:04 अशुभ

उद्वेग 16:04 - 17:24 अशुभ


🚩चोघडिया, रात


शुभ 17:24 - 19:04 शुभ

अमृत 19:04 - 20:45 शुभ

चर 20:45 - 22:25 शुभ

रोग 22:25 - 24:06* अशुभ

काल 24:06*25:47* अशुभ

लाभ 25:47* - 27:27* शुभ

उद्वेग 27:27* - 29:08* अशुभ

शुभ 29:08* - 30:48* शुभ


💮होरा, दिन


सूर्य 06:48- 07:41

शुक्र 07:41 -08:34

बुध 08:34- 09:27

चन्द्र 09:27 -10:20

शनि 10:20- 11:13

बृहस्पति 11:13- 12:06

मंगल 12:06- 12:59

सूर्य 12:59- 13:52

शुक्र 13:52 -14:45

बुध 14:45 -15:38

चन्द्र 15:38 16:31

शनि 16:31- 17:24


🚩होरा, रात


बृहस्पति 17:24 -18:31

मंगल 18:31- 19:38

सूर्य 19:38- 20:45

शुक्र 20:45 -21:52

बुध 21:52 -22:59

चन्द्र 22:59- 24:06

शनि 24:06-25:13

बृहस्पति 25:13-26:20

मंगल 26:20-27:27

सूर्य 27:27-28:34

शुक्र 28:34-29:41

बुध 29:41-30:48


*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 


वृश्चिक > 06:18 से  09:38     तक

धनु     > 09:38  से  10:46     तक

मकर   > 10:46 से  12:18     तक

कुम्भ   > 12:18  से  13:52     तक

मीन    > 13:52  से  15:28     तक

मेष     > 15:28  से  16:58     तक     

वृषभ   > 16:58 से  18:52     तक

मिथुन  > 18:52 से 21:20      तक

कर्क    > 21:20  से 23:28    तक

सिंह    > 23:28 से  01:38      तक

कन्या  > 01:38  से   04:08    तक

तुला   >  04:08  से  06:10    तक

=======================


*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*


       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट


*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।


*💮दिशा शूल ज्ञान------------- पश्चिम*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौंजी खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*


*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*


 3 + 1 + 1 = 5  ÷ 4 = 1 शेष

 पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l


*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*


सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है


सूर्य ग्रह मुखहुति


*💮    शिव वास एवं फल -:*


   3 + 3 + 5 = 11 ÷ 7 =  4 शेष


सभायां = सन्ताप कारक


*🚩भद्रा वास एवं फल -:*


*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


 *सर्वार्थ सिद्धि योग 19:27 तक*


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


आप्तद्वेषाद्भवैन्मृत्युः परद्वेषाध्दनक्षयः ।

राजद्वेषाद्भवेन्नशो ब्रह्मद्वेषात्कुलक्षयः ।।

।।चाo नीo।।


  अपने निकट संबंधियों का अपमान करने से जान जाती है.

दुसरो का अपमान करने से दौलत जाती है.

राजा का अपमान करने से सब कुछ जाता है.

एक ब्राह्मण का अपमान करने से कुल का नाश हो जाता है.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -:  कर्मयोग अo-3


व्यामिश्रेणेव वाक्येन बुद्धिं मोहयसीव मे।

 तदेकं वद निश्चित्य येन श्रेयोऽहमाप्नुयाम्‌॥


आप मिले हुए-से वचनों से मेरी बुद्धि को मानो मोहित कर रहे हैं। इसलिए उस एक बात को निश्चित करके कहिए जिससे मैं कल्याण को प्राप्त हो जाऊँ

 ।। 2 ।।


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। साझेदारी में नवीन प्रस्ताव प्राप्त हो सकेंगे। शत्रु सक्रिय रहेंगे। गर्व-अहंकार को दूर करें। राजनीतिक व्यक्तियों से लाभकारी योग बनेंगे। मनोबल बढ़ने से तनाव कम होगा।


🐂वृष

बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा सफल रहेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। जोखिम न लें। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखें। पत्नी के बतलाए रास्ते पर चलने से लाभ की संभावना बनती है। यात्रा से लाभ। वाहन-मशीनरी खरीदी के योग हैं। व्यवसाय में अड़चनें आएंगी।


👫मिथुन

फालतू खर्च होगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। विवाद को बढ़ावा न दें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यावसायिक योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पाएगा। परिवार की चिंता रहेगी। आय से व्यय अधिक होंगे। अजनबियों पर विश्वास से हानि हो सकती है।


🦀कर्क

धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कार्य बनेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। चोट व रोग से बचें। कार्य-व्यवसाय में लाभ होने की संभावना है। दांपत्य जीवन में अनुकूलता रहेगी। सामाजिक समारोहों में भाग लेंगे। सुकर्मों के लाभकारी परिणाम मिलेंगे।


🐅सिंह

प्रतिष्ठा बढ़ेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। यात्रा का शुभ योग होने के साथ ही कठिन कार्य में भी सफलता मिल सकेगी। रिश्तेदारों से संपत्ति संबंधी विवाद हो सकता है। व्यापार-नौकरी में लाभ होगा। पुराना रोग उभर सकता है। प्रयास सफल रहेंगे।


🙎‍♀️कन्या

पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। शुभ समाचार मिलेंगे। मान बढ़ेगा। प्रसन्नता रहेगी। मन में उत्साह रहेगा, जिससे कार्य की गति बढ़ेगी। आपके कार्यों को समाज में प्रशंसा मिलेगी। भागीदारी में आपके द्वारा लिए गए निर्णयों से लाभ होगा।


⚖️तुला

प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य संबंधी समस्या हल हो सकेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। अपनी वस्तुएँ संभालकर रखें। रुका धन मिलेगा। भ्रम की स्थिति बन सकती है।


🦂वृश्चिक

जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। मितव्ययिता को ध्यान में रखें। कुटुंबियों से संबंध सुधरेंगे। शत्रुओं से सावधान रहें। व्यापार लाभप्रद रहेगा। खर्चों में कमी करें। सश्रम किए गए कार्य पूर्ण होंगे।


🏹धनु

स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। अच्छे लोगों से भेंट होगी जो आपके हितचिंतक रहेंगे। योजनाएं फलीभूत होंगी। नौकरी में पदोन्नाति के योग हैं। आलस्य से बचकर रहें। परिवार की मदद मिलेगी।


🐊मकर

रोजगार में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। अर्थ संबंधी कार्यों में सफलता से हर्ष होगा। सुखद भविष्य का स्वप्न साकार होगा। विचारों से सकारात्मकता बढ़ेगी। दुस्साहस न करें। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।


🍯कुंभ

नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान मिलेगा। नेत्र पीड़ा हो सकती है। अधिकारी वर्ग विशेष सहयोग नहीं करेंगे। ऋण लेना पड़ सकता है। यात्रा आज नहीं करें। परिवार के कार्यों को प्राथमिकता दें। आपकी बुद्धिमत्ता सामाजिक सम्मान दिलाएगी।


🐟मीन

किसी के भरोसे न रहकर अपना कार्य स्वयं करें। महत्वपूर्ण कार्यों में हस्तक्षेप से नुकसान की आशंका है। परिवार में तनाव रहेगा। व्यापार-व्यवसाय मध्यम रहेगा। कष्ट, भय, चिंता व बेचैनी का माहौल बन सकता है। दु:खद समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें।


*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩* 







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🚩🚩भारत माता की जय🚩🚩

जानिए अच्छी, बुुरी और अमीर बनाने वाली रेखाओं के बारे में देखें भाग्य रेखा और धन रेखा के अद्भुत संकेत
जानिए अच्छी, बुुरी और अमीर बनाने वाली रेखाओं के बारे में देखें भाग्य रेखा और धन रेखा के अद्भुत संकेत

धन रेखा और भाग्य रेखा आपकी हथेली में मौजूद हैं? जानिए इन रेखाओं की बनावट, महत्व और इनके संकेतों से कैसे पता चलता है करोड़पति बनने का योग.

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, यदि आपकी हथेली में स्पष्ट, गहरी और सीधी धन रेखा तथा मणिबंध से शनि पर्वत तक जाती हुई भाग्य रेखा मौजूद हो, तो यह संकेत देता है कि आप जीवन में आर्थिक रूप से सफल हो सकते हैं. ये रेखाएं करोड़पति बनने की संभावनाएं भी दिखा सकती हैं.

हथेली में धन रेखा कहां होती है?











जब आप अपनी हथेली को देखें तो अनामिका (रिंग फिंगर) या सूर्य पर्वत के नीचे से शुरू होकर हृदय रेखा को काटती हुई मस्तिष्क रेखा तक जाने वाली रेखा को धन रेखा कहा जाता है। यह रेखा व्यक्ति को धन, पद, प्रतिष्ठा, यश और निवेश में लाभ दिलाने वाली मानी जाती है।

धन हानि का संकेत देने वाली रेखा

  • यदि किसी व्यक्ति की धन रेखा पतली, स्पष्ट और सीधी है तो यह आर्थिक समृद्धि का प्रतीक होती है। वहीं, यदि यह रेखा मोटी, गाढ़ी या असमान है तो यह संकेत देती है कि व्यक्ति भले ही धन कमाएगा, लेकिन धन टिकेगा नहीं।
  • यदि यह रेखा बीच-बीच में टूटती है, तो इसका अर्थ है कि धन आने के बावजूद किसी न किसी कारण से खर्च हो जाएगा। ऐसे जातकों को निवेश या व्यापार में नुकसान होने की संभावना रहती है। कई बार सेहत या अन्य कारणों से जमा धन भी खर्च हो जाता है। इसलिए ऐसी स्थिति में जल्दबाजी से बचना चाहिए।

हाथ की लकीरों में छिपा है भविष्य का खजाना ज्योतिषीय दृष्टिकोण से समझें
हाथ की रेखाएं केवल शारीरिक बनावट नहीं होतीं, बल्कि ये आत्मा और भाग्य से जुड़ी सूक्ष्म ऊर्जा का संकेत देती हैं. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार धन, भाग्य, पराक्रम, बुद्धि और वैवाहिक जीवन से जुड़ी कई बातें हथेली से पढ़ी जा सकती हैं.

जब कोई अन्य रेखा धन रेखा को काटे यदि हथेली में धन रेखा को कोई अन्य रेखा काट रही हो, तो यह चेतावनी का संकेत है। इसका अर्थ है कि जिस उम्र में वह रेखा कट रही है, उस समय व्यक्ति के धन का नुकसान या अनावश्यक खर्च बढ़ सकता है। धीरे-धीरे सारी बचत खर्च हो सकती है, इसलिए ऐसे लोगों को निवेश या उधारी से बचना चाहिए।
जब कई रेखाएं अशुभ स्थिति बनाएंअगर हथेली में सूर्य रेखा कटी हुई हो, धन रेखा टूटी हुई हो और शनि रेखा दो भागों में विभाजित हो, तो यह जीवन में आर्थिक संघर्ष और परेशानियों का संकेत देता है। ऐसी स्थिति में पैतृक संपत्ति या संचित धन का नुकसान भी हो सकता है।

धन रेखा अगर है सीधी और गहरी, तो नहीं होगी पैसे की कमी

  • स्थान: हथेली के मध्य भाग से होकर ऊपर की ओर जाने वाली रेखा.
  • महिलाओं में: दाएं हाथ की रेखा का विश्लेषण होता है.
  • पुरुषों में: बाएं हाथ की रेखा देखी जाती है.

शुभ संकेत

  • गहरी, लंबी और बिना टूट-फूट के हो
  • हथेली को दो भागों में स्पष्ट बांटे

सावधानी के संकेत

  • धन रेखा यदि टेढ़ी-मेढ़ी या बीच-बीच में टूटी हो
  • कई छोटी-छोटी शाखाएं हों
  • फलादेश: ऐसी रेखा वाले व्यक्ति को पैसे की तंगी, अस्थिर आय और बार-बार आर्थिक संकट झेलने पड़ सकते हैं.

भाग्य रेखा, किस्मत का सीधा कनेक्शन

पहचान: यह रेखा मणिबंध (कलाई के पास) से शुरू होकर सीधे शनि पर्वत (मध्य उंगली के नीचे) तक जाती है.

शुभ संकेत

  1. लंबी, गहरी और सीधी रेखा
  2. शनि पर्वत पर जाकर दो शाखाओं में बंट जाए

फलादेश

  • ऐसे लोग मेहनत से अधिक किस्मत के सहारे सफलता पाते हैं
  • समाज में उच्च पद, सम्मान और धन की प्राप्ति होती है
  • शादी के बाद विशेष आर्थिक वृद्धि देखी जाती है

हस्तरेखा बदलती क्यों है? कर्म और सोच का असर
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा के अनुसार संपन्नता केवल रेखाओं में नहीं, बल्कि कर्म और सोच में भी छिपी है. हस्तरेखा शास्त्र यह भी बताता है कि समय, ग्रह गोचर और व्यक्तिगत कर्मों के अनुसार हाथ की रेखाएं बदल भी सकती हैं. इसलिए अगर वर्तमान में रेखा कमजोर है, तो भी शुभ कार्य, सत्संग और सकारात्मकता से बदलाव संभव है.

क्या आपकी हथेली में है करोड़पति बनने का राज?

रेखाशुभ संकेतअर्थ
धन रेखागहरी और सीधीस्थायी धन योग
भाग्य रेखामणिबंध से शनि पर्वत तककम मेहनत में बड़ा फल
टूटी या टेढ़ी रेखाअस्थिरताआर्थिक संकट की संभावना

उपाय

  • रोज श्रीसूक्त, कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें
  • शुक्रवार को सफेद वस्त्र धारण कर लक्ष्मीजी का पूजन करें
  • प्रतिदिन 5 व्यक्ति को अन्न/जल दान करें

कितना भी कमाओ नहीं टिकता पैसा, देखें कहीं आपकी हथेली पर भी तो नहीं है ये रेखा

कई बार अच्छी कमाई के बाद भी हाथ में पैसा नहीं टिकता। अनावश्यक खर्चों को बंद करने के बाद भी बचत करना मुश्किल होता है। इतना ही नहीं कई लोगों को तो रोजमर्रा के खर्चों के लिए उधार लेना पड़ जाता है। ज्योतिष शास्त्र में इसके पीछे की एक वजह हथेली की “भाग्य रेखा” को भी माना गया है।



हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली में बनी धन रेखा व्यक्ति की आय और आर्थिक स्थिरता का संकेत देती है। अगर यह रेखा टूटी-फूटी या कटी हुई हो, तो धन का आगमन तो होता है, लेकिन पैसा रुकता नहीं, या यूं कहें कि जितना कमाया जाता है, उतना ही खर्च भी हो जाता है। यह स्थिति दरिद्र योग की ओर संकेत करती है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।


FAQ
Q. क्या भाग्य रेखा सभी के हाथ में होती है?
हां, लेकिन इसकी स्पष्टता और दिशा भिन्न हो सकती है. कभी-कभी यह रेखा बहुत हल्की होती है.

Q. धन रेखा और जीवन रेखा एक जैसी होती है क्या?
नहीं, जीवन रेखा अंगूठे के नीचे होती है जबकि धन रेखा हथेली के मध्य भाग में देखी जाती है.

Q. क्या रेखाएं समय के साथ बदल जाती हैं?
जी हाँ, यह पूरी तरह से संभव है. अच्छे कर्म, उपाय और सोच से रेखाओं में परिवर्तन संभव होता है.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि www.newsbin24.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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