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                                 आज का पञ्चांग,दिन,मंगलवार दिनांक 10/06/2025




               *|| 🕉️ ||*
         *🌞सुप्रभातम🌞*
         *आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 10/06/2025, मंगलवार*

           
*चतुर्दशी, शुक्ल पक्ष,*
*ज्येष्ठ*
(समाप्ति काल)

तिथि----------- चतुर्दशी 11:34:57    तक 
पक्ष-------------------------- शुक्ल
नक्षत्र--------- अनुराधा 18:00:43
योग-------------- सिद्ध 13:43:26
करण----------- वणिज 11:34:57
करण-------- विष्टि भद्र 24:26:39
वार----------------------- मंगलवार
माह--------------------------- ज्येष्ठ
चन्द्र राशि-----------------    वृश्चिक
सूर्य राशि-------------------   वृषभ
रितु-------------------------- ग्रीष्म
आयन-------------------- उत्तरायण
संवत्सर--------------------विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर) --------------सिद्धार्थी
विक्रम संवत---------------- 2082 
गुजराती संवत-------------- 2081
शक संवत-------------------1947 
कलि संवत------------------ 5126
सूर्योदय----------------05:24:32
सूर्यास्त----------------- 19:13:01
दिन काल-------------- 13:48:29
रात्री काल-------------- 10:11:31
चंद्रास्त----------------- 05:43:44
चंद्रोदय----------------- 18:39:50
लग्न---- वृषभ 25°10' , 55°10'
सूर्य नक्षत्र------------------मृगशिरा
चन्द्र नक्षत्र----------------- अनुराधा
नक्षत्र पाया------------------- रजत 

*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*

 नू---- अनुराधा 11:25:02

ने---- अनुराधा 18:00:43

नो---- ज्येष्ठा 24:35:03

*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
============================
सूर्य=  वृषभ 25°49,       मृगशिरा   1        वे 
चन्द्र= वृश्चिक 10°30 ,     अनुराधा  3      नु
बुध = मिथुन 07°52 '       आर्द्रा   1     कु
शु क्र= मेष 09°05,        अश्विनी     3       चो
मंगल= सिंह 01°30 '        मघा    1        मा
गुरु=मिथुन  05°30   मृगशिरा,      4      की 
शनि=मीन 06°48 '     उ o भा o  , 2       थ
राहू=(व) कुम्भ 28°50 पू o भा o,     3    दा 
केतु= (व) सिंह 28°50  उ oफा o 1        टे
============================

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 15:46 - 17:29 अशुभ
यम घंटा 08:52 - 10:35 अशुभ
गुली काल 12:19 - 14:02 अशुभ 
अभिजित 11:51 - 12:46 शुभ
दूर मुहूर्त 08:10 - 09:05 अशुभ
दूर मुहूर्त 23:18 - 24:13* अशुभ
वर्ज्यम 24:09* - 25:54* अशुभ
प्रदोष 19:13 - 21:16        शुभ

🚩गंड मूल 18:01 - अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
रोग 05:25 - 07:08 अशुभ
उद्वेग 07:08 - 08:52 अशुभ
चर 08:52 - 10:35 शुभ
लाभ 10:35 - 12:19 शुभ
अमृत 12:19 - 14:02 शुभ
काल 14:02 - 15:46 अशुभ
शुभ 15:46 - 17:29 शुभ
रोग 17:29 - 19:13 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
काल 19:13 - 20:29 अशुभ
लाभ 20:29 - 21:46 शुभ
उद्वेग 21:46 - 23:02 अशुभ
शुभ 23:02 - 24:19* शुभ
अमृत 24:19* - 25:35* शुभ
चर 25:35* - 26:52* शुभ
रोग 26:52* - 28:08* अशुभ
काल 28:08* - 29:25* अशुभ

💮होरा, दिन
मंगल 05:25 - 06:34
सूर्य 06:34 - 07:43
शुक्र 07:43 - 08:52
बुध 08:52 - 10:01
चन्द्र 10:01 - 11:10
शनि 11:10 - 12:19
बृहस्पति 12:19 - 13:28
मंगल 13:28 - 14:37
सूर्य 14:37 - 15:46
शुक्र 15:46 - 16:55
बुध 16:55 - 18:04
चन्द्र 18:04 - 19:13

🚩होरा, रात
शनि 19:13 - 20:04
बृहस्पति 20:04 - 20:55
मंगल 20:55 - 21:46
सूर्य 21:46 - 22:37
शुक्र 22:37 - 23:28
बुध 23:28 - 24:19
चन्द्र 24:19* - 25:10
शनि 25:10* - 26:01
बृहस्पति 26:01* - 26:52
मंगल 26:52* - 27:43
सूर्य 27:43* - 28:34
शुक्र 28:34* - 29:25

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 
       
वृषभ   > 03:56 से  05:16     तक
मिथुन  > 05:16 से 08:08     तक
कर्क    > 08:08  से 10:20     तक
सिंह    > 10:20  से  12:36    तक
कन्या  > 12:36  से   14:52   तक
तुला   >  14:52  से  17:04    तक
वृश्चिक > 17:04 से  19:28    तक
धनु     > 19:28  से  21:38    तक
मकर   > 21:39 से  23:22     तक
कुम्भ   > 23:22  से  00:40    तक
मीन    > 00:40  से  02:02     तक
मेष     > 02:02  से  03:54     तक
=======================

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान------------- उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

  14 + 3 + 1 =  18 ÷ 4 = 2 शेष
 आकाश पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

चंद्र ग्रह मुखहुति

*💮    शिव वास एवं फल -:*

   14 + 14 + 5 = 33 ÷ 7 =  5 शेष

ज्ञान वेलायां = कष्ट कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

11:35 से रात्रि 24:24 तक 

स्वर्ग लोक  =  शुभ कारक 

*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*

*सत्यव्रत पूर्णिमा* 

*चन्द्र पूर्णिमा*

*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

जानीयात् प्रेषणे भृत्यान् बान्धवान् व्यसनागमे ।
मित्रं चापत्तिकाले तु भार्यां च विभवक्षये ।।
।। चाo नीo।।

नौकर की परीक्षा तब करें जब वह कर्त्तव्य का पालन  न कर रहा हो, 
रिश्तेदार की परीक्षा तब करें जब आप मुसीबत मे घिरें हों,
मित्र की परीक्षा विपरीत परिस्थितियों मे करें,
और जब आपका वक्त अच्छा न चल रहा हो तब पत्नी की परीक्षा करे।

*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*

गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18

आयुक्तः प्राकृतः स्तब्धः शठोनैष्कृतिकोऽलसः।
 विषादी दीर्घसूत्री च कर्ता तामस उच्यते॥

जो कर्ता अयुक्त, शिक्षा से रहित घमंडी, धूर्त और दूसरों की जीविका का नाश करने वाला तथा शोक करने वाला, आलसी और दीर्घसूत्री (दीर्घसूत्री उसको कहा जाता है कि जो थोड़े काल में होने लायक साधारण कार्य को भी फिर कर लेंगे, ऐसी आशा से बहुत काल तक नहीं पूरा करता। ) है वह तामस कहा जाता है
 ॥28॥

*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
कष्ट, भय, चिंता तथा तनाव का वातावरण बन सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। वाणी पर नियंत्रण रखें। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। अपेक्षित कार्यों में विलंब होने से खिन्नता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। भागदौड़ रहेगी। जोखिम न लें।

🐂वृष
आंखों को रोग व चोट से बचाएं। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। मनोरंजक यात्रा की आयोजना हो सकती है। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। मित्र व संबंधियों के साथ समय अच्छा व्यतीत होगा। कारोबार मनोनुकूल रहेगा। जोखिम न लें।

👫मिथुन
कोई ऐसा कार्य न करें जिससे अपमान हो। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। सुख के साधनों पर व्यय होगा। स्थायी संपत्ति में वृद्धि के योग हैं। प्रॉपर्टी के काम बड़ा लाभ दे सकते हैं। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में सुख-शांति रहेंगे। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें।

🦀कर्क
कानूनी बाधा संभव है। हल्की हंसी-मजाक करने से बचें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। धनहानि किसी भी तरह हो सकती है। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन  दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ में वृद्धि होगी।

🐅सिंह
प्रेम-प्रसंग में हड़बड़ी न करें। विवाद हो सकता है। नकारात्मकता रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। युवक व युवती विशेष सावधानी बरतें। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। आय में निश्चितता रहेगी।

🙍‍♀️कन्या
थकान व कमजोरी रह सकती है। स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। किसी धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति मनोनुकूल होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। सुख के साधनों की प्राप्ति हो सकती है। धन प्राप्ति सुगम होगी।

⚖️तुला
संतान पक्ष से स्वास्थ्‍य तथा अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यशैली में परिवर्तन करना पड़ सकता है। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड मनोनुकूल लाभ देंगे।

🦂वृश्चिक
शत्रु शांत रहेंगे। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा। नए कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। भाग्य का साथ रहेगा।

🏹धनु
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जीवनसाथी के स्वास्‍थ्य पर खर्च होगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। चिंता तथा तनाव में वृद्धि होगी। किसी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। समय नेष्ट है। नकारात्मकता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

🐊मकर
जल्दबाजी में कोई भी लेन-देन न करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। फालतू खर्च होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। सट्टे व लॉटरी के चक्कर में न पड़ें। नौकरी में अधिकार बढ़ेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा।

🍯कुंभ
दुष्टजनों से सावधान रहें, हानि पहुंचा सकते हैं। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। कहीं से बुरी खबर मिल सकती है। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय बनी रहेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। आज के काम कल पर नहीं टालें। विवेक का प्रयोग करें। लाभ होगा।

🐟मीन
कम प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। शेयर मार्केट में सोच-समझकर निवेश करें। कष्ट, भय, चिंता तथा तनाव का वातावरण बन सकता है। कुसगंति से हानि होगी।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩* 











You Tube: 
1. Youtube:  ग्रह वाणी   
https://youtu.be/RwbixOslOhI

2. Youtube:  B I News
https://youtu.be/VwwU7GSmc8o?si=Y4y_DG_etYEolPQ0


PLEASE:-
भारत माता की जय


                                आज का पञ्चांग,दिन,सोमवार दिनांक 09/06/2025




               *|| 🕉️ ||*
         *🌞सुप्रभातम🌞*
         *आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 09/06/2025, सोमवार*

          
त्रयोदशी, शुक्ल पक्ष, 
ज्येष्ठ
(समाप्ति काल)

तिथि--------- त्रयोदशी 09:35:19.     तक 
पक्ष-------------------------- शुक्ल
नक्षत्र--------- विशाखा 15:30:08
योग--------------- शिव 13:07:21
करण------------- तैतुल 09:35:19
करण--------------- गर 22:37:43
वार------------------------ सोमवार
माह--------------------------- ज्येष्ठ
चन्द्र राशि-------- तुला 08:49:24
चन्द्र राशि-----------------    वृश्चिक
सूर्य राशि -----------------------   वृषभ
ऋतु-------------------------- ग्रीष्म
आयन-------------------- उत्तरायण
संवत्सर------------------- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर) --------------सिद्धार्थी
विक्रम संवत---------------- 2082 
गुजराती संवत-------------- 2081 
शक संवत------------------ 1947 
कलि संवत------------------ 5126

वृन्दावन 
सूर्योदय---------------- 05:24:32
सूर्यास्त----------------- 19:12:38
दिन काल-------------- 13:48:05
रात्री काल------------- 10:11:54
चंद्रोदय----------------- 17:42:32
चंद्रास्त----------------- 28:10:50
लग्न ---- वृषभ 24°13' , 54°13'
सूर्य नक्षत्र------------------ मृगशिरा
चन्द्र नक्षत्र----------------- विशाखा
नक्षत्र पाया-------------------  रजत 

*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*

ते---- विशाखा 08:49:24

तो---- विशाखा 15:30:08

ना---- अनुराधा 22:09:42

नी---- अनुराधा 28:48:00

*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
============================
सूर्य=  वृषभ 24°49,       मृगशिरा   1        वे 
चन्द्र= तुला 28°30 ,         विशाखा  3      ते
बुध = मिथुन 05°52 '       मृगशिरा  4     की 
शु क्र= मेष 08°05,        अश्विनी     3       चो
मंगल= सिंह 01°30 '        मघा    1        मा
गुरु=मिथुन  05°30   मृगशिरा,      4      की 
शनि=मीन 06°48 '     उ o भा o  , 2       थ
राहू=(व) कुम्भ 28°55 पू o भा o,     3    दा 
केतु= (व) सिंह 28°55  उ oफा o 1        टे
============================

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 07:08 - 08:52 अशुभ
यम घंटा 10:35 - 12:19 अशुभ
गुली काल 14:02 - 15:46 अशुभ 
अभिजित 11:51 - 12:46 शुभ
दूर मुहूर्त 12:46 - 13:41 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:32 - 16:27 अशुभ
वर्ज्यम 19:57 - 21:43 अशुभ
प्रदोष 19:13 - 21:16         शुभ

💮चोघडिया, दिन
अमृत 05:25 - 07:08 शुभ
काल 07:08 - 08:52 अशुभ
शुभ 08:52 - 10:35 शुभ
रोग 10:35 - 12:19 अशुभ
उद्वेग 12:19 - 14:02 अशुभ
चर 14:02 - 15:46 शुभ
लाभ 15:46 - 17:29 शुभ
अमृत 17:29 - 19:13 शुभ

🚩चोघडिया, रात
चर 19:13 - 20:29 शुभ
रोग 20:29 - 21:46 अशुभ
काल 21:46 - 23:02 अशुभ
लाभ 23:02 - 24:19* शुभ
उद्वेग 24:19* - 25:35* अशुभ
शुभ 25:35* - 26:52* शुभ
अमृत 26:52* - 28:08* शुभ
चर 28:08* - 29:25* शुभ

💮होरा, दिन
चन्द्र 05:25 - 06:34
शनि 06:34 - 07:43
बृहस्पति 07:43 - 08:52
मंगल 08:52 - 10:01
सूर्य 10:01 - 11:10
शुक्र 11:10 - 12:19
बुध 12:19 - 13:28
चन्द्र 13:28 - 14:37
शनि 14:37 - 15:46
बृहस्पति 15:46 - 16:55
मंगल 16:55 - 18:04
सूर्य 18:04 - 19:13

🚩होरा, रात
शुक्र 19:13 - 20:04
बुध 20:04 - 20:55
चन्द्र 20:55 - 21:46
शनि 21:46 - 22:37
बृहस्पति 22:37 - 23:28
मंगल 23:28 - 24:19
सूर्य 24:19* - 25:10
शुक्र 25:10* - 26:01
बुध 26:01* - 26:52
चन्द्र 26:52* - 27:43
शनि 27:43* - 28:34
बृहस्पति 28:34* - 29:25

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 
वृषभ   > 04:00 से  05:20     तक
मिथुन  > 05:20 से 08:12     तक
कर्क    > 08:12  से 10:24     तक
सिंह    > 10:24  से  12:40    तक
कन्या  > 12:40  से   14:56   तक
तुला   >  14:56  से  17:08    तक
वृश्चिक > 17:08 से  19:32    तक
धनु     > 19:32  से  21:42    तक
मकर   > 21:42 से  23:26     तक
कुम्भ   > 23:26  से  00:44    तक
मीन    > 00:44  से  02:06     तक
मेष     > 02:06  से  03:58     तक
=======================

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

  13 + 2 +  1 =  16 ÷ 4 = 0 शेष
 पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

शनि ग्रह मुखहुति

*💮    शिव वास एवं फल -:*

  13 + 13 + 5 = 31 ÷ 7 =  3 शेष

वृषभारूढ़= शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*

  * सर्वार्थ सिद्धि योग 15:30 से 

*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

लोकयात्रा भयं लज्जा दाक्षिण्यं त्यागशीलता ।
पञ्च यत्र न विद्यन्ते न कुर्य्यात्तत्र सड्गतिम् ।।
।।चाo नीo।।

 बुद्धिमान व्यक्ति को ऐसे देश में कभी नहीं जाना चाहिए जहाँ :
रोजगार कमाने का कोई माध्यम ना हो,
जहा लोगों को किसी बात का भय न हो,
जहा लोगो को किसी बात की लज्जा न हो, 
जहा लोग बुद्धिमान न हो,
और जहाँ लोगो की वृत्ति दान धरम करने की ना हो।

*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*

गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18

रागी कर्मफलप्रेप्सुर्लुब्धो हिंसात्मकोऽशुचिः।
 हर्षशोकान्वितः कर्ता राजसः परिकीर्तितः॥

जो कर्ता आसक्ति से युक्त कर्मों के फल को चाहने वाला और लोभी है तथा दूसरों को कष्ट देने के स्वभाववाला, अशुद्धाचारी और हर्ष-शोक से लिप्त है वह राजस कहा गया है
 ॥27॥

*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। डूबी हुई रकम प्राप्त होगी। आय में वृद्धि होगी। प्रमाद न करें। आकस्मिक लाभ व निकटजनों की प्रगति से मन में प्रसन्नाता रहेगी। परिश्रम से स्वयं के कार्यों में भी शुभ परिणाम आएँगे। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें।

🐂वृष
परीक्षा आदि में सफलता मिलेगी। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। आय से अधिक व्यय न करें। परोपकार में रुचि बढ़ेगी। पारिवारिक कष्ट एवं समस्याओं का अंत संभव है।

👫मिथुन
शत्रु सक्रिय रहेंगे। कुसंगति से हानि होगी। व्ययवृद्धि होगी। लेन-देन में सावधानी रखें, जोखिम न लें। किसी शुभचिंतक से मेल-मुलाकात का हर्ष होगा। संतान की आजीविका संबंधी समस्या का हल निकलेगा। लापरवाही से काम न करें।

🦀कर्क
बेरोजगारी दूर होगी। विवाद न करें। संपत्ति की खरीद-फरोख्त हो सकती है। आय बढ़ेगी। मन में उत्साहपूर्ण विचारों के कारण समय सुखद व्यतीत होगा। मकान व जमीन संबंधी कार्य बनेंगे। अनायास धन लाभ के योग हैं। व्यापार में वांछित उन्नति होगी।

🐅सिंह
मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। दूर रहने वाले व्यक्तियों से संपर्क के कारण लाभ हो सकता है। नई योजनाओं का सूत्रपात होने के योग हैं। कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। व्यर्थ संदेह न करें।

🙍‍♀️कन्या
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी बड़े कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। प्रसन्नता बनी रहेगी। नए कार्यों से जुड़ने का योग बनेगा। पारिवारिक जीवन सुखद नहीं रहेगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। इच्छित लाभ होगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा हो सकती है।

⚖️तुला
कानूनी अड़चन दूर होगी। अध्यात्म में रुचि रहेगी। यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। रुके धन के लिए प्रयत्न जरूर करें। कार्य का विस्तार होगा। दूसरे के कार्यों में हस्तक्षेप से बचें। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। विलासिता के प्रति रुझान बढ़ेगा।

🦂वृश्चिक
बुरी खबर मिल सकती है। विवाद को बढ़ावा न दें। भागदौड़ रहेगी। आय में कमी होगी। किसी कार्य में प्रतिस्पर्धात्मक तरीके से जुड़ने की प्रवृत्ति आपके लिए शुभ रहेगी। राज्यपक्ष से लाभ होगा। अपने काम से काम रखें। दांपत्य सुख प्राप्त होगा।

🏹धनु
चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें, बाकी सामान्य रहेगा। प्रयास अधिक करने पर भी उचित सफलता मिलने में संदेह है। कार्य में विलंब के भी योग हैं। आर्थिक हानि हो सकती है। पारिवारिक जीवन तनावपूर्ण रहेगा।

🐊मकर
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। राजकीय बाधा दूर होगी। बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। अर्थ प्राप्ति के योग बनेंगे। विवादों से दूर रहना चाहिए। पिता से व्यापार में सहयोग मिल सकेगा। सरकारी मसले सुलझेंगे। सकारात्मक सोच बनेगी।

🍯कुंभ
कार्यस्थल पर परिवर्तन लाभ में वृद्धि करेगा। योजना फलीभूत होगी। नए अनुबंध होंगे। कष्ट होगा। पारिवारिक जिम्मेदारी बढ़ने से व्यस्तता बढ़ेगी। कार्य में नवीनता के भी योग हैं। संतान के व्यवहार से समाज में सम्मान बढ़ेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है।

🐟मीन
उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। अपने प्रयासों से उन्नति पथ प्रशस्त करेंगे। बुद्धि चातुर्य से कठिन कार्य भी आसानी से बनेंगे। व्यापार अच्छा चलेगा। व्यर्थ समय नष्ट न करें। रुका पैसा मिलेगा। मेहमानों का आवागमन होगा। व्यय होगा।

*🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏*, 












You Tube: 
1. Youtube:  ग्रह वाणी   
https://youtu.be/RwbixOslOhI

2. Youtube:  B I News
https://youtu.be/VwwU7GSmc8o?si=Y4y_DG_etYEolPQ0


PLEASE:-
भारत माता की जय


                                 आज का पञ्चांग,दिन,रविवार,दिनांक 08/06/2025,




               *|| 🕉️ ||*
         *🌞सुप्रभातम🌞*
         *आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 08/06/2025, रविवार*

            

*द्वादशी, शुक्ल पक्ष,*
*ज्येष्ठ*
(समाप्ति काल)

तिथि----------- द्वादशी 07:17:16    तक 
पक्ष-------------------------- शुक्ल
नक्षत्र------------ स्वाति 12:40:54
योग-----‐-------- परिघ 12:16:45
करण----------- बालव 07:17:17
करण----------- कौलव 20:28:16
वार------------------------- रविवार
माह-------------------------- ज्येष्ठ
चन्द्र राशि-------------------   तुला
सूर्य राशि------------------    वृषभ
ऋतु-------------------------- ग्रीष्म
आयन---‐---------------- उत्तरायण
संवत्सर------------------- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर)-------------- सिद्धार्थी
विक्रम संवत---------------- 2082 
गुजराती संवत-------------- 2081
शक संवत------------------ 1947 
कलि संवत----------------- 5126
सूर्योदय---------------- 05:24:34
सूर्यास्त----------------- 19:12:13
दिन काल-------------- 13:47:39
रात्री काल-------------- 10:12:19
चंद्रोदय----------------- 16:46:05
चंद्रास्त------------‐---- 27:31:31
लग्न ----  वृषभ 23°16' , 53°16'
सूर्य नक्षत्र------------------ रोहिणी
चन्द्र नक्षत्र------------------- स्वाति
नक्षत्र  पाया------------------  रजत 

*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*

रो---- स्वाति 05:56:16

ता---- स्वाति 12:40:54

ती---- विशाखा 19:24:42

 तू----विशाखा 26:07:34

*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
============================
सूर्य=  वृषभ 23°49,       रोहिणी   4        वु
चन्द्र= तुला 16°30 ,            स्वाति  3      रो
बुध = मिथुन 03°52 '       मृगशिरा  4     की 
शु क्र= मेष 07°05,        अश्विनी     3       चो
मंगल= सिंह 00°30 '        मघा    1        मा
गुरु=मिथुन  05°30   मृगशिरा,      4      की 
शनि=मीन 06°48 '     उ o भा o  , 2       थ
राहू=(व) कुम्भ 28°55 पू o भा o,     3    दा 
केतु= (व) सिंह 28°55  उ oफा o 1        टे
============================

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 17:29 - 19:12 अशुभ
यम घंटा 12:18 - 14:02 अशुभ
गुली काल 15:45 - 17:29 अशुभ 
अभिजित 11:51 - 12:46 शुभ
दूर मुहूर्त 17:22 - 18:17 अशुभ
वर्ज्यम 18:58 - 20:45 अशुभ
प्रदोष 19:12 - 21:16         शुभ

💮चोघडिया, दिन
उद्वेग 05:25 - 07:08 अशुभ
चर 07:08 - 08:51 शुभ
लाभ 08:51 - 10:35 शुभ
अमृत 10:35 - 12:18 शुभ
काल 12:18 - 14:02 अशुभ
शुभ 14:02 - 15:45 शुभ
रोग 15:45 - 17:29 अशुभ
उद्वेग 17:29 - 19:12 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
शुभ 19:12 - 20:29 शुभ
अमृत 20:29 - 21:45 शुभ
चर 21:45 - 23:02 शुभ
रोग 23:02 - 24:18* अशुभ
काल 24:18* - 25:35* अशुभ
लाभ 25:35* - 26:51* शुभ
उद्वेग 26:51* - 28:08* अशुभ
शुभ 28:08* - 29:25* शुभ

💮होरा, दिन
सूर्य 05:25 - 06:34
शुक्र 06:34 - 07:43
बुध 07:43 - 08:51
चन्द्र 08:51 - 10:00
शनि 10:00 - 11:09
बृहस्पति 11:09 - 12:18
मंगल 12:18 - 13:27
सूर्य 13:27 - 14:36
शुक्र 14:36 - 15:45
बुध 15:45 - 16:54
चन्द्र 16:54 - 18:03
शनि 18:03 - 19:12

🚩होरा, रात
बृहस्पति 19:12 - 20:03
मंगल 20:03 - 20:54
सूर्य 20:54 - 21:45
शुक्र 21:45 - 22:36
बुध 22:36 - 23:27
चन्द्र 23:27 - 24:18
शनि 24:18* - 25:09
बृहस्पति 25:09* - 26:00
मंगल 26:00* - 26:51
सूर्य 26:51* - 27:42
शुक्र 27:42* - 28:34
बुध 28:34* - 29:25

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 
       
वृषभ   > 04:04 से  05:24     तक
मिथुन  > 05:24 से 08:16     तक
कर्क    > 08:16  से 10:28     तक
सिंह    > 10:28  से  12:44    तक
कन्या  > 12:44  से   15:00   तक
तुला   >  15:00  से  17:12    तक
वृश्चिक > 17:12 से  19:36    तक
धनु     > 19:36  से  21:46    तक
मकर   > 21:46 से  23:30     तक
कुम्भ   > 23:30  से  00:48    तक
मीन    > 00:48  से  02:10     तक
मेष     > 02:10  से  04:02     तक
=======================

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान------------- पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौंजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

  12 + 1 +  1 = 14  ÷ 4 = 2 शेष
 आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

शनि ग्रह मुखहुति

*💮    शिव वास एवं फल -:*

  12 + 12 + 5 = 29 ÷ 7 =  1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*

  *प्रदोष व्रत (शिव पूजन)*

*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

धनिकः श्रोत्रियो राजा नदी वैद्यस्तु पञ्चमः ।
पञ्च यत्र न विद्यन्ते न तत्र दिवसं वसेत् ।।
।।चाo नीo।।

ऐसे जगह एक दिन भी निवास न करें जहाँ निम्नलिखित पांच ना हो:
एक धनवान व्यक्ति ,
एक ब्राह्मण जो वैदिक शास्त्रों में निपुण हो,
एक राजा,
एक नदी ,
और एक चिकित्सक।

*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*

गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18

मुक्तसङ्‍गोऽनहंवादी धृत्युत्साहसमन्वितः।
 सिद्धयसिद्धयोर्निर्विकारः कर्ता सात्त्विक उच्यते॥

जो कर्ता संगरहित, अहंकार के वचन न बोलने वाला, धैर्य और उत्साह से युक्त तथा कार्य के सिद्ध होने और न होने में हर्ष -शोकादि विकारों से रहित है- वह सात्त्विक कहा जाता है
 ॥26॥

*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
दूसरे से अधिक अपेक्षा करेंगे। जल्दबाजी से काम में बाधा उत्पन्न होगी। दौड़धूप अधिक रहेगी। बुरी सूचना मिल सकती है, धैर्य रखें। बनते कामों में देरी होगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। मित्रों के साथ समय अच्छा व्यतीत होगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

🐂वृष
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। कोई मांगलिक कार्य में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद प्राप्त होगा। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। परिवार में प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी से हानि संभव है। शरीर कष्ट से बचें।

👫मिथुन
भूमि, भवन, दुकान, शोरूम व फैक्टरी इत्यादि की खरीद-फरोख्त हो सकती है। बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। विवाद को बढ़ावा न दें। कुसंगति से बचें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🦀कर्क
जल्दबाजी से काम बिगड़ेंगे तथा समस्या बढ़ सकती है। विरोध होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। बाहर जाने की योजना बनेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति का सहयोग कार्य में आसानी देगा। घर-बाहर सुख-शांति बने रहेंगे। नौकरी में चैन रहेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा।

🐅सिंह
चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। लापरवाही न करें। किसी व्यक्ति से व्यर्थ विवाद हो सकता है। मानसिक क्लेश होगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में कमी हो सकती है। व्यापार ठीक चलेगा। लोगों से अधिक अपेक्षा न करें।

🙍‍♀️कन्या
किसी धार्मिक स्थल की यात्रा की आयोजना हो सकती है। सत्संग का लाभ मिलेगा। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन सहायता प्राप्त होगी। धन प्राप्ति में बाधाएं दूर होंगी। ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा व्यय हो सकता है।

⚖️तुला
कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। योजना फलीभूत होगी। कारोबार में वृद्धि पर विचार हो सकता है। नौकरी में अधिकारीगण प्रसन्न रहेंगे। मातहतों का सहयोग मिलेगा। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। व्यापार में मनोनुकूल लाभ होगा। उत्साह व प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्‍य उत्तम रहेगा। शुभ समय।

🦂वृश्चिक
परिवार तथा मित्रों के साथ कोई मनोरंजक यात्रा का आयोजन हो सकता है। रुका हुआ पैसा मिलने का योग है। मित्रों के सहयोग से कार्य पूर्ण होंगे। नया कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रशंसा प्राप्त होगी। समय अनुकूल है। आलस्य त्यागकर प्रयास करें।

🏹धनु
पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। विवाद को बढ़ावा न दें। किसी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय भावना में बहकर न करें। बुद्धि का प्रयोग लाभ में वृद्धि करेगा। आय बनी रहेगी। थकान महसूस होगी।

🐊मकर
नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति पर व्यय होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। नए मित्र बनेंगे। नया उपक्रम प्रारंभ करने की योजना बन सकती है। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। शुभ समय।

🍯कुंभ
दूर से सुखद सूचना मिल सकती है। घर में मेहमानों का आगमन होगा। व्यय होगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बड़ा काम करने का मन बनेगा। परिवार का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। बुद्धि का प्रयोग करें। लाभ बढ़ेगा। मित्रों के साथ अच्छा समय बीतेगा।

🐟मीन
मेहनत का फल मिलेगा। सामाजिक कार्य करने में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। कारोबार मनोनुकूल लाभ देगा। किसी प्रभावशाली व्यक्ति से परिचय बढ़ेगा। शारीरिक कष्ट संभव है। अज्ञात भय सताएगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। किसी मनोरंजक यात्रा की योजना बनेगी। बुरे लोगों से दूर रहें।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*












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https://youtu.be/VwwU7GSmc8o?si=Y4y_DG_etYEolPQ0


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52 शहीदों की कुर्बानी की दास्तां, जब 37 दिनों तक इमली के पेड़ पर लटकते रहे क्रांतिकारियों के शव, जोधा सिंह अटैया समेत 

जोधा सिंह अटैया (1820 - 28 अप्रैल 1858) 1857 की क्रांति के दौरान एक महत्वपूर्ण क्रांतिकारी थे, जो उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के रसूलपुर (रसूलपुर अटैया) गांव के एक ज़मींदार थेउन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ सशस्त्र प्रतिरोध का आयोजन किया और ने उनकी भूमिका के बारे में विस्तार से बताया. 

जोधा सिंह अटैया का जन्म 1820 के दशक में हुआ था, और वे रसूलपुर गांव में रहते थे. 1857 के विद्रोह के दौरान, उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह में भाग लिया और एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. 

जोधा सिंह अटैया ने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 28 अप्रैल 1858 को उन्हें अंग्रेजों द्वारा फांसी पर चढ़ा दिया गयाउनकी मृत्यु के बाद, उन्हें एक शहीद के रूप में याद किया गया. 

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के महान स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद ठाकुर जोधा सिंह ‘अटैया’ के साथ उनके जांबाज़ 51 साथियों ने देश के लिए प्राणों की आहुति दे दी। 28 अप्रैल 1858 को कर्नल क्रस्टाइज की सेना ने ठाकुर जोधा सिंह समेत उनके 52 क्रांतिकारियों को बंदी बना लिया था। साथ ही उसी दिन इन सभी वीर सपूतों को जिला स्थित खजुहा में एक इमली के पेड़ पर फांसी से लटका दिया था। यह पेड़ अब ‘बावनी इमली’ के नाम से प्रसिद्ध है।


फतेहपुर: आज आजाद देश के रूप में हमारी पहचान है। इस पहचान को हासिल करने में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को करीब 200 साल ब्रिटिश हुकूमत से जंग करनी पड़ी थी। इस लंबे संघर्ष के बीच हमारे देश की मिट्टी ने कई नायक पैदा किए। इन्होंने देश के लिए अपनी जिंदगी को कुर्बान कर दिया। इन्ही महान क्रांतिकारियों में उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के अमर शहीद ठाकुर जोधा सिंह ‘अटैया’ और उनके 51 साथियों के नाम भी शामिल हैं।

बावनी इमली के नाम से प्रसिद्ध है पेड़
उस दौर की बात की जाए तो 28 अप्रैल, 1858 को ब्रिटिश शासक कर्नल क्रस्टाइज की घुड़सवार सेना ने जोधा सिंह समेत उनके 52 जांबाज़ क्रांतिकारियों को बंदी बना लिया था। साथ ही, उसी दिन इन सभी को फतेहपुर जिला स्थित खजुहा में एक इमली के पेड़ पर फांसी से लटका दिया था। तभी से यह पेड़ अब ‘बावनी इमली’ के नाम से प्रसिद्ध है। स्थानीय लोगों की मानें तो जब इन सभी को फांसी दी गई थी, उस समय से ही इस पेड़ का विकास थम सा गया है।
अंग्रेज अफसर ने खौफ के लिए दी थी चेतावनी 

बताया जाता है कि अंग्रेजों ने लोगों में खौफ पैदा करने के लिए सभी शवों को पेड़ से उतारने को मना कर दिया था।साथ ही, हिदायत दी थी कि अगर ऐसा करने की किसी ने हिम्मत की तो उसका भी यही हश्र होगा। जिसकी वजह से इन सभी क्रांतिकारियों के शव 37 दिनों तक पेड़ में ही लटके रहे। इस दौरान शवों के केवल कंकाल ही बचे थे।

3-4 जून की रात ठा. महाराज सिंह ने उतारा था शव
बावनी इमली के पास दर्ज ऐतिहासिक दस्तावेज की मानें तो अमर शहीद ठा. जोधा सिंह के साथी ठाकुर महाराज सिंह ने अपने 900 क्रांतिकारी साथियों के साथ 3-4 जून 1858 की रात सभी कंकाल को पेड़ से उतारकर गंगा नदी किनारे स्थित शिवराजपुर घाट पर अंतिम संस्कार किया था।

कर्नल पावेल की कर दी थी हत्या
ठाकुर जोधा सिंह राजपूत जाति से थे। वह फतेहपुर जिले के अटैया रसूलपुर गांव के रहने वाले थे। ठा. जोधा सिंह अंग्रेजों के खिलाफ 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। युद्ध मे अंग्रेजों को मात देने के लिए उन्होंने गुरिल्ला युद्ध को अपना हथियार बनाया था। इस जंग के दौरान जोधा सिंह और उनके जांबाज़ साथियों ने मिलकर अंग्रेज अफसर कर्नल पावेल की हत्या कर दी थी। वहीं, 7 दिसंबर को रानीपुर पुलिस चौकी पर हमला भी किया था। इसके दो ही दिन बाद यानी 9 दिसंबर, 1857 को जहानाबाद (तत्कालीन तहसील) के तहसीलदार को बंदी बनाकर सरकारी खजाना लूट लिया था।

मुखबिर की सूचना पर कर्नल क्रिस्टाईल ने किया था गिरफ्तार
इन सारी घटनाओं से परेशान फिरंगियों ने जोधा सिंह को डकैत घोषित कर दिया और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए मुहिम तेज़ कर दी। लेकिन जोधा सिंह कई बार अंग्रेजों को चकमा देने में सफल रहे। 28 अप्रैल, 1858 को अपने 51 साथियों के साथ खजुहा वापस लौट रहे थे। तभी एक मुखबिर की सूचना पर अंग्रेज अफसर कर्नल क्रिस्टाइल ने सभी को एक साथ बंदी बना लिया और उसी दिन जोधा सिंह के साथ उनके सभी 51 क्रन्तिकारियों को एक साथ फांसी पर लटका दिया गया।

 

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