चुनाव प्रचार के चलते राजनीतिक दलों ने जनवरी से ही शुरू कर दी थी विमानों की बुकिंग, अब मिलना हो रहा मुश्किल
लोकसभा चुनाव के लिए मतदान का पहला चरण गुजर गया है। अब चुनाव के छह चरण और लोकसभा की कुल 543 में से लगभग 80 फीसदी सीटों पर मतदान होना रह गया है, इसलिए राजनीतिक दल कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें उनके मददगार उड़न खटोले यानी चार्टर विमान और हेलिकॉप्टर हैं। इसके चलते इनकी मांग में 40-50 फीसदी तक की वृद्धि दर्ज की गई है। आंकड़ों के अनुसार, देश में पंजीकृत लगभग 130 व्यावसायिक विमान और इतनी ही संख्या में हेलीकॉप्टर हैं। जाहिर है कि मांग ज्यादा है और उपलब्धता कम। नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि राजनीतिक दलों और व्यक्तिगत हैसियत पर विभिन्न नेताओं ने जनवरी और फरवरी में ही बातचीत कर ज्यादातर बुकिंग करा ली। व्यावसायिक विमान और हेलिकॉप्टर किराए पर देने वाले ऑपरेटरों में बीएसआर वेंचर्स, एयर चार्टर सर्विसेज और रिलायंस ट्रांसपोर्ट एंड ट्रेवल्स शामिल हैं।
भाजपा ने 80% विमानों की बुकिंग की
दुनिया की सबसे बड़ी राजनीति पार्टी भाजपा चार्टर विमानों और हेलिकॉप्टरों की बुकिंग में भी आगे है। नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर दो लोगों ने बताया कि भाजपा ने उपलब्ध विमानों में से 80 फीसदी की बुकिंग की है। विमानों को किराए पर लेने के लिए भाजपा की एक केंद्रीय व्यवस्था है। पार्टी ने ज्यादा विमान किराए पर लिए हैं, क्योंकि उसके वरिष्ठ नेताओं की संख्या ज्यादा है।
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