नींद जल्दी कैसे लाएं, जानिए रामबाण "ट्रिक"
नींद जल्दी कैसे लाएं, जानिए रामबाण "ट्रिक"
गहरी नींद जल्दी कैसे आती है? अगर किसी को नींद ना आने की बीमारी है और पूरी रात बिस्तर पर करवटें ही बदलते रहते हैं, तो आपको शरीर के इन अंगों को दबाना है.
नींद जल्दी कैसे लाएं, जानिए रामबाण "ट्रिक"
गहरी नींद जल्दी कैसे आती है? अगर किसी को नींद ना आने की बीमारी है और पूरी रात बिस्तर पर करवटें ही बदलते रहते हैं, तो आपको शरीर के इन अंगों को दबाना है.
नींद लाने के लिए शरीर के इन अंगों के दबाने की प्रक्रिया को एक्यूप्रेशर कहा जाता है, जो कि एक चीनी मेडिकल ट्रीटमेंट है. इस ट्रीटमेंट में शरीर के कुछ खास हिस्सों को दबाकर मजे की नींद ली जा सकती है. हम आपको बताने जा रहे हैं नींद लाने में करने वाले इन 4 प्रेशर प्वाइंट के बारे में, जो आप डॉक्टर की सलाह से एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं.
अगर चिंता और सिरदर्द की वजह से नींद में खलल हो रही है, तो कान के पीछे ठीक इयरलोब के पीछे के हिस्से को धीरे-धीरे दबाने से आपको अच्छी नींद आने लगेगी. इस प्वाइंट को कम से कम 10 से 20 बार दबाना है. इस प्वाइंट को एनमिया कहा जाता है, जो नींद लाने में बहुत मददगार है.
2. आईब्रो के बीच (Between the Eyebrows)
कई बार ब्लड प्रेशर हाई होने और टेंशन की वजह से भी नींद नहीं आती है. ऐसे में आईब्रो और सिर के बीच का प्वाइंट हल्के दबाव से दबाएं. यह आपकी मानसिक शांति बढ़ाता है और नींद आने में मदद करता है.
3. गर्दन के नीचे (Below the Neck)
मालिश के दौरान जब गर्दन पर हाथ फेरते हैं, तो नींद का जबरदस्त आभास होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि गर्दन के ऊपरी हिस्से पर एक खास बिंदु होता है, जिसे अंगूठे की मदद से दबाने पर तुरंत सुकून मिलता है और आंख झपकने लगती है. यह पॉइंट रिलैक्सेशन प्वाइंट कहलाता है.
4. हाथों पर (On the Hands)
हाथों की उंगलियों में भी स्लीप पॉइंट्स होते हैं. उंगलियों को हथेली से बढ़ाकर कलाई तक ले जाएं और वहां धीरे-धीरे दबाएं. ये पॉइंट्स नर्व सिस्टम को रिलैक्स करते हैं, जिससे नींद आने में बहुत मदद मिलती है.
बकरी का दूध पीने से क्या फायदे हैं........किसी समय में 1000 रू लीटर तक बिक चुका है बकरी का दूध
बकरी का दूध कैसे पीना चाहिए गर्म या ठंडा? बकरी का दूध पीने का सोच रहे हैं तो पहले जान लीजिए यह आपके लिए फायदेमंद है या नहीं.
बकरी के दूध में मौजूद छोटे फैट ग्लोब्यूल्स और A2 केसिन प्रोटीन इसे पचने में बेहद आसान बनाते हैं. गैस, अपच या एसिडिटी वाले लोगों के लिए यह हल्का और आरामदायक होता है. जिन लोगों को गाय के दूध से पेट दर्द या सूजन की समस्या होती है, उनके लिए बकरी का दूध एक स्मूथ ऑप्शन हो सकता है.
बकरी के दूध में कैल्शियम, फॉस्फोरस और विटामिन D भरपूर मात्रा में होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है. जोड़ों का दर्द या गठिया जैसी समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए बकरी का दूध किसी नेचुरल थेरेपी से कम नहीं है. रोज पीने से जोड़ों की जकड़न कम होती है और लचीलापन बढ़ता है. इसमें मौजूद सेलेनियम और जिंक शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाते हैं, जिससे वायरल या संक्रमण से बचाव होता है.
डेंगू के दौरान शरीर में प्लेटलेट्स काउंट तेजी से गिरने लगता है, जिससे मरीज की स्थिति नाजुक बन जाती है. ऐसे समय में कुछ लोगों का मानना है कि बकरी का दूध पीने से प्लेटलेट्स बढ़ने लगता है. हालांकि, डेंगू में प्लेटलेट बढ़ाने या किसी बड़ी बीमारी को ठीक करने का दावा वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित नहीं है. इसे सिर्फ सपोर्टिव ड्रिंक के रूप में लेने की सलाह दी जाती है.
बकरी के दूध में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं, जो शरीर में आई सूजन को कम करने में मदद करती हैं. यह मांसपेशियों और टिश्यू को शांत करता है और दर्द से राहत देता है. ताजा दूध पीने से शरीर अंदर से ठंडक महसूस करता है और इम्यूनिटी भी बेहतर होती है.
अगर शरीर में आयरन की कमी है या आप एनीमिया से जूझ रहे हैं, तो बकरी का दूध आपके लिए बेस्ट नेचुरल सप्लीमेंट साबित हो सकता है. इसमें मौजूद आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस शरीर में खून की कमी को दूर करते हैं और हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाने में मददगार होते हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, बकरी का दूध दोनों तरीकों से पी सकते हैं, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि मौसम कैसा है और आपके शरीर की जरूरत क्या है. ठंड के मौसम में हल्का गर्म दूध पीना सबसे फायदेमंद रहता है. यह न सिर्फ पाचन को बेहतर करता है बल्कि नींद लाने में भी मदद करता है. वहीं, गर्मी के दिनों में उबला हुआ लेकिन ठंडा किया गया दूध शरीर को ठंडक देता है और दिनभर एनर्जी बनाए रखता है.
बकरी का दूध शरीर के किस अंग को मजबूत करता है? (Which Body Parts Benefit from Goat Milk?)
1. हड्डियां और दांत (Bones and Teeth)
बकरी के दूध में कैल्शियम और फॉस्फोरस की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो हड्डियों का घनत्व बढ़ाने में मदद करता है. इससे हड्डियां मजबूत होती हैं और बुजुर्गों में ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्या से बचा जा सकता है. इसे रोजाना पीने से दांत भी मजबूत रहते हैं और जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है.
2. ब्रेन और नर्वस सिस्टम (Brain and Nervous System)
इस दूध में मौजूद विटामिन B12, मैग्नीशियम और फैटी एसिड्स दिमाग को पोषण देते हैं और न्यूरॉन्स को एक्टिव रखते हैं. यह मेमोरी पावर बढ़ाता है और मानसिक थकान को कम करता है. जो लोग लंबे समय तक काम करते हैं या तनाव महसूस करते हैं, उनके लिए बकरी का दूध फायदेमंद है. यह नींद सुधारने और स्ट्रेस कम करने में मदद करता है.
3. इम्यून सिस्टम और ब्लड हेल्थ (Immunity and Blood Health)
बकरी के दूध में सेलेनियम, आयरन और जिंक जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं. इसका नियमित सेवन शरीर को इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है. इसमें मौजूद आयरन ब्लड क्वॉलिटी सुधारता है और एनीमिया से बचाव करता है.
4. गट हेल्थ (Gut Health)
बकरी का दूध आसानी से पच जाता है क्योंकि इसमें छोटे आकार के फैट ग्लोब्यूल्स और प्राकृतिक प्रीबायोटिक तत्व पाए जाते हैं. यह आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है और पेट की समस्याओं जैसे गैस, एसिडिटी और कब्ज से राहत दिलाता है. जिन लोगों को गाय या भैंस का दूध पचाने में दिक्कत होती है, उनके लिए बकरी का दूध अच्छा विकल्प है.
बकरी का दूध प्रतिदिन कितना पीना चाहिए? (How Much Goat Milk Should You Drink Daily?)
न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स के अनुसार, बकरी का दूध पोषण के लिए जरूरी है लेकिन इसकी मात्रा संतुलित होनी चाहिए.
आज अमर शहीद* रामप्रसाद त्रिपाठी की 32 वी पुण्यतिथि पर जूही मंडल के मंडल मंत्री डॉक्टर समरदीप पांडेय ने अपने मंडल के पदाधिकारीयों के साथ गोविंद नगर स्थित 9 ब्लॉक में गरीबों मजदूरों एवं कर्मचारियों के मसीहा शाहिद राम प्रसाद त्रिपाठी जी को 32वीं शहादत दिवस पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर पर जूही मंडल मंत्री डॉक्टर समरदीप पांडेय ने कहा वरिष्ठश्रमिक नेता राम प्रसाद त्रिपाठी ने श्रमीको से जुड़े तमाम आंदोलन मे हिस्सा लिया। राम प्रसाद त्रिपाठी की हत्या करने वाले कायर थे। शहीद रामप्रसाद त्रिपाठी की हत्या करने वाले ने पीठ पर प्रहार किया था । कर्मचारी नेता बनना बहुत ही कठिन कार्य है। क्योंकी कर्मचारियों कि लीडरशिप में बहुत समस्याएं आती है। लेकिन राम प्रसाद त्रिपाठी ने सभी बाधा को पार करके कर्मचारियों के लोकप्रिय नेता थे। तभी उनकी प्रतिमा पर भीड़ है।जिसमें उनके पुत्र अनिल त्रिपाठी, सुशीलत्रिपाठी, सर्वेश त्रिपाठी, एवं भाजपा जिला कार्यकारिणी सदस्य किसान मोर्चा अवध बिहारी अवस्थी, मंडल अध्यक्ष दीपू पासवान, मंडल उपाध्यक्ष राजीव अवस्थी, वरिष्ठ नेता अरुण बाजपेई, वार्ड 48 पार्षद सरोज चढ़ा, बूथ अध्यक्ष राजेश कुशवाहा, अनूप शुक्ला, तेजभान सिंह, राजन सिंह, भारी संख्या में क्षेत्रीय जनता पार्टी के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
🌞सुप्रभातम🌞
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दिनांक:- 03/11/2025, सोमवार
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