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 नींद जल्दी कैसे लाएं, जानिए रामबाण "ट्रिक"

गहरी नींद जल्दी कैसे आती है? अगर किसी को नींद ना आने की बीमारी है और पूरी रात बिस्तर पर करवटें ही बदलते रहते हैं, तो आपको शरीर के इन अंगों को दबाना है.

नींद जल्दी कैसे लाएं, जानिए रामबाण "ट्रिक"

नींद ना आना भी एक बीमारी है, जिसकी वजह से शरीर पूरे दिन थका-थका सा महसूस करता है और इंसान इस बीमारी के चलते जल्दी बूढ़ा होने लगता है. नींद ना आने की कई वजह हो सकती है, जिसमें सबसे बड़ा कारण दिनचर्या है. बदलते और बिजी लाइफस्टाइल के चलते लोग अपनी थकान नहीं मिटा पा रहे हैं. दिनभर मेहनत करने के बाद भी लोगों को बेचैनी के चलते गहरी नींद नहीं आ रही है. इसके चलते लोगों को कई बीमारियां अपनी जद में ले रही हैं. अगर किसी को नींद ना आने की बीमारी है और पूरी रात बिस्तर पर करवटें ही बदलते रहते हैं, तो आपको शरीर के इन अंगों को दबाना है, जिससे पूरी रात में आपकी आंख एक बार भी नहीं खुलेगी.

कौन से अंग दबाने से आएगी अच्छी नींद? (Which Body Parts to Press for Better Sleep?)

नींद लाने के लिए शरीर के इन अंगों के दबाने की प्रक्रिया को एक्यूप्रेशर कहा जाता है, जो कि एक चीनी मेडिकल ट्रीटमेंट है. इस ट्रीटमेंट में शरीर के कुछ खास हिस्सों को दबाकर मजे की नींद ली जा सकती है. हम आपको बताने जा रहे हैं नींद लाने में करने वाले इन 4 प्रेशर प्वाइंट के बारे में, जो आप डॉक्टर की सलाह से एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं.

1. कान के पीछे वाला हिस्सा (Behind the Ear)

अगर चिंता और सिरदर्द की वजह से नींद में खलल हो रही है, तो कान के पीछे ठीक इयरलोब के पीछे के हिस्से को धीरे-धीरे दबाने से आपको अच्छी नींद आने लगेगी. इस प्वाइंट को कम से कम 10 से 20 बार दबाना है. इस प्वाइंट को एनमिया कहा जाता है, जो नींद लाने में बहुत मददगार है.

2. आईब्रो के बीच (Between the Eyebrows)

कई बार ब्लड प्रेशर हाई होने और टेंशन की वजह से भी नींद नहीं आती है. ऐसे में आईब्रो और सिर के बीच का प्वाइंट हल्के दबाव से दबाएं. यह आपकी मानसिक शांति बढ़ाता है और नींद आने में मदद करता है.

3. गर्दन के नीचे (Below the Neck)

मालिश के दौरान जब गर्दन पर हाथ फेरते हैं, तो नींद का जबरदस्त आभास होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि गर्दन के ऊपरी हिस्से पर एक खास बिंदु होता है, जिसे अंगूठे की मदद से दबाने पर तुरंत सुकून मिलता है और आंख झपकने लगती है. यह पॉइंट रिलैक्सेशन प्वाइंट कहलाता है.

4. हाथों पर (On the Hands)

हाथों की उंगलियों में भी स्लीप पॉइंट्स होते हैं. उंगलियों को हथेली से बढ़ाकर कलाई तक ले जाएं और वहां धीरे-धीरे दबाएं. ये पॉइंट्स नर्व सिस्टम को रिलैक्स करते हैं, जिससे नींद आने में बहुत मदद मिलती है.

बकरी का दूध पीने से क्या फायदे हैं........किसी समय में 1000 रू लीटर तक बिक चुका है बकरी का दूध

बकरी का दूध कैसे पीना चाहिए गर्म या ठंडा? बकरी का दूध पीने का सोच रहे हैं तो पहले जान लीज‍िए यह आपके ल‍िए फायदेमंद है या नहीं.

बकरी का दूध पीने से क्या फायदे हैं........किसी समय में 1000 रू लीटर तक बिक चुका है बकरी का दूध

Bakri ka doodh kitna pina chahiye : गाय और भैंस की तरह ही बकरी का दूध भी बेहद फायदेमंद होता है. यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है. कई पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में इसे नेचुरल टॉनिक माना गया है. आयुर्वेद में भी इसे बेहद फायदेमंद बताया गया है. कई बीमारियों में डॉक्टर इस दूध को पीने की सलाह देते हैं. कुछ लोग तो इसे गाय के दूध का हेल्दी अल्टरनेटिव भी मानते हैं. हालांकि, कुछ लोग इस दूध को पीने से कतराते हैं. इसे लेकर उनके मन में कई तरह के सवाल होते हैं. इस आर्टिकल में जानिए बकरी के दूध से कौन-सी बीमारियां ठीक हो सकती हैं, इसे पीने का तरीका क्या है, यह शरीर के किस अंग को मजबूत करता है और रोज कितना पीना चाहिए.

बकरी का दूध पीने से कौन-सी बीमारियां ठीक होती हैं? (Diseases Goat Milk Helps With)

1. पाचन से जुड़ी बीमारियों और एलर्जी से बचाए (Improves Digestion and Reduces Allergy)

बकरी के दूध में मौजूद छोटे फैट ग्लोब्यूल्स और A2 केसिन प्रोटीन इसे पचने में बेहद आसान बनाते हैं. गैस, अपच या एसिडिटी वाले लोगों के लिए यह हल्का और आरामदायक होता है. जिन लोगों को गाय के दूध से पेट दर्द या सूजन की समस्या होती है, उनके लिए बकरी का दूध एक स्मूथ ऑप्शन हो सकता है.

2. हड्डियों के लिए फायदेमंद, इम्यूनिटी बूस्टर (Good for Bones and Immunity Booster)

बकरी के दूध में कैल्शियम, फॉस्फोरस और विटामिन D भरपूर मात्रा में होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है. जोड़ों का दर्द या गठिया जैसी समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए बकरी का दूध किसी नेचुरल थेरेपी से कम नहीं है. रोज पीने से जोड़ों की जकड़न कम होती है और लचीलापन बढ़ता है. इसमें मौजूद सेलेनियम और जिंक शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाते हैं, जिससे वायरल या संक्रमण से बचाव होता है.

3. डेंगू में प्लेटलेट्स बढ़ाने में असरदार (Helpful in Dengue Recovery)

डेंगू के दौरान शरीर में प्लेटलेट्स काउंट तेजी से गिरने लगता है, जिससे मरीज की स्थिति नाजुक बन जाती है. ऐसे समय में कुछ लोगों का मानना है कि बकरी का दूध पीने से प्लेटलेट्स बढ़ने लगता है. हालांकि, डेंगू में प्लेटलेट बढ़ाने या किसी बड़ी बीमारी को ठीक करने का दावा वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित नहीं है. इसे सिर्फ सपोर्टिव ड्रिंक के रूप में लेने की सलाह दी जाती है.

4. सूजन को कम करता है (Reduces Inflammation)

बकरी के दूध में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं, जो शरीर में आई सूजन को कम करने में मदद करती हैं. यह मांसपेशियों और टिश्यू को शांत करता है और दर्द से राहत देता है. ताजा दूध पीने से शरीर अंदर से ठंडक महसूस करता है और इम्यूनिटी भी बेहतर होती है.

5. खून की कमी दूर करने में मददगार (Improves Blood Health)

अगर शरीर में आयरन की कमी है या आप एनीमिया से जूझ रहे हैं, तो बकरी का दूध आपके लिए बेस्ट नेचुरल सप्लीमेंट साबित हो सकता है. इसमें मौजूद आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस शरीर में खून की कमी को दूर करते हैं और हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाने में मददगार होते हैं.

 बकरी का दूध कैसे पीना चाहिए- गर्म या ठंडा? (How to Drink Goat Milk – Warm or Cold?)

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, बकरी का दूध दोनों तरीकों से पी सकते हैं, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि मौसम कैसा है और आपके शरीर की जरूरत क्या है. ठंड के मौसम में हल्का गर्म दूध पीना सबसे फायदेमंद रहता है. यह न सिर्फ पाचन को बेहतर करता है बल्कि नींद लाने में भी मदद करता है. वहीं, गर्मी के दिनों में उबला हुआ लेकिन ठंडा किया गया दूध शरीर को ठंडक देता है और दिनभर एनर्जी बनाए रखता है.

  • बकरी का दूध कभी भी कच्चा नहीं पीना चाहिए, क्योंकि उसमें बैक्टीरिया या परजीवी मौजूद हो सकते हैं जो संक्रमण का कारण बन सकते हैं. हमेशा पाश्चराइज्ड या अच्छी तरह उबला हुआ दूध ही पिएं.
  • बकरी का दूध पीने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले माना जाता है, क्योंकि इन दोनों समयों पर शरीर इसे सबसे अच्छे से अवशोषित करता है.

 बकरी का दूध शरीर के किस अंग को मजबूत करता है? (Which Body Parts Benefit from Goat Milk?)

1. हड्डियां और दांत (Bones and Teeth)

बकरी के दूध में कैल्शियम और फॉस्फोरस की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो हड्डियों का घनत्व बढ़ाने में मदद करता है. इससे हड्डियां मजबूत होती हैं और बुजुर्गों में ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्या से बचा जा सकता है. इसे रोजाना पीने से दांत भी मजबूत रहते हैं और जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है.

2. ब्रेन और नर्वस सिस्टम (Brain and Nervous System)

इस दूध में मौजूद विटामिन B12, मैग्नीशियम और फैटी एसिड्स दिमाग को पोषण देते हैं और न्यूरॉन्स को एक्टिव रखते हैं. यह मेमोरी पावर बढ़ाता है और मानसिक थकान को कम करता है. जो लोग लंबे समय तक काम करते हैं या तनाव महसूस करते हैं, उनके लिए बकरी का दूध फायदेमंद है. यह नींद सुधारने और स्ट्रेस कम करने में मदद करता है.

3. इम्यून सिस्टम और ब्लड हेल्थ (Immunity and Blood Health)

बकरी के दूध में सेलेनियम, आयरन और जिंक जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं. इसका नियमित सेवन शरीर को इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है. इसमें मौजूद आयरन ब्लड क्वॉलिटी सुधारता है और एनीमिया से बचाव करता है.

4. गट हेल्थ (Gut Health)

बकरी का दूध आसानी से पच जाता है क्योंकि इसमें छोटे आकार के फैट ग्लोब्यूल्स और प्राकृतिक प्रीबायोटिक तत्व पाए जाते हैं. यह आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है और पेट की समस्याओं जैसे गैस, एसिडिटी और कब्ज से राहत दिलाता है. जिन लोगों को गाय या भैंस का दूध पचाने में दिक्कत होती है, उनके लिए बकरी का दूध अच्छा विकल्प है.

 बकरी का दूध प्रतिदिन कितना पीना चाहिए? (How Much Goat Milk Should You Drink Daily?)

न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स के अनुसार, बकरी का दूध पोषण के लिए जरूरी है लेकिन इसकी मात्रा संतुलित होनी चाहिए.

  • बड़ों के लिए: 1 कप (200–250ml) प्रति दिन पर्याप्त है.
  • बच्चों के लिए: 100–150ml.
  • गर्भवती महिलाओं को इसे शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए.
  • अगर आपको लैक्टोज इंटॉलरेंस या एलर्जी है, तो बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन न करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. B.I.News (www.newsbin24.com) इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

                                                    आज का पञ्चांग,दिन,बुद्धवार दिनांक 05/11/2025




               *|| 🕉️ ||*
         *🌞सुप्रभातम🌞*
         *आज का पञ्चांग*

दिनांक:- 05/11/2025, बुद्धवार

 
कलियुगाब्द........................5127
विक्रम संवत्.......................2082
शक संवत्...........................1947
रवि.............................दक्षिणायन
मास................................कार्तिक
पक्ष....................................शुक्ल
तिथी................................पूर्णिमा
संध्या 06.47 पर्यंत पश्चात प्रतिपदा
सूर्योदय.......प्रातः 06.33.02 पर
सूर्यास्त........संध्या 05.47.59 पर
सूर्य राशि............................तुला
चन्द्र राशि.............................मेष
गुरु राशि............................कर्क
नक्षत्र..............................अश्विनी
प्रातः 09.39 पर्यंत पश्चात कृत्तिका
योग...................................सिद्धि
प्रातः 11.22 पर्यंत पश्चात व्यतिपात
करण..................................विष्टि
प्रातः 08.43 पर्यंत पश्चात बव
ऋतु...........................(उर्ज) शरद
दिन...............................बुधवार

💮 *आंग्ल मतानुसार* :-
05 नवम्बर सन 2025 ईस्वी ।

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
दोपहर 12.10 से 01.33 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*तुला*
05:13:17 07:27:58
*वृश्चिक*
07:27:58 09:44:04
*धनु*
09:44:04 11:49:41
*मकर*
11:49:41 13:36:46
*कुम्भ*
13:36:46 15:10:19
*मीन*
15:10:19 16:41:31
*मेष*
16:41:31 18:22:16
*वृषभ*
18:22:16 20:20:56
*मिथुन*
20:20:56 22:34:39
*कर्क*
22:34:39 24:50:49
*सिंह*
24:50:49 27:02:37
*कन्या*
27:02:37 29:13:17

🚦 *दिशाशूल* :-
उत्तरदिशा - यदि आवश्यक हो तो तिल का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

☸ शुभ अंक........................5
🔯 शुभ रंग..........................हरा

💮 *चौघडिया :-*
प्रात: 07.59 से 09.22 तक अमृत
प्रात: 10.46 से 12.09 तक शुभ
दोप 02.55 से 04.18 तक चंचल
सायं 04.18 से 05.42 तक लाभ
रात्रि 07.18 से 08.55 तक शुभ ।

💮 *आज का मंत्र* :-
।। ॐ गजेशाय नम: ।।

 *संस्कृत सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (चतुर्दशोऽध्यायः - गुणत्रयविभागयोगः) -*
मम योनिर्महद्ब्रह्म तस्मिन्गर्भं दधाम्यहम् ।
संभवः सर्वभूतानां ततो भवति भारत ॥१४- ३॥
अर्थात :
 हे अर्जुन! मेरी महत्‌-ब्रह्मरूप मूल-प्रकृति सम्पूर्ण भूतों की योनि है अर्थात गर्भाधान का स्थान है और मैं उस योनि में चेतन समुदायरूप गर्भ को स्थापन करता हूँ। उस जड़-चेतन के संयोग से सब भूतों की उत्पति होती है॥3॥ 

🍃 *आरोग्यं :*-
*गला बैठने पर घरेलू उपचार -*

*6. मेथी -*
गला बैठा है तो मेथी आपके लिए सही उपचार है। मेथी के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इसके कई रूप भी हैं। आप इसे बीज के रूप में खा सकते हैं या फिर तेल और चाय के रूप में भी पी सकते हैं। मेथी की चाय गले के लिए एक प्राकृतिक उपाय है।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। धार्मिक अनुष्ठान पूजा-पाठ इत्यादि का कार्यक्रम आयोजित हो सकता है। कोर्ट-कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। मानसिक शांति रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। समय अनुकूल है।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रमाद न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शारीरिक कष्ट संभव है।

👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक काम करने की इच्छा रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। सुख के साधन प्राप्त होंगे। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🦀*राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। शारीरिक कष्ट संभव है। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। स्वाभिमान को ठेस लग सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय बनी रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
किसी दूसरे व्यक्ति की बातों में न आएं। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। व्यापार अच्‍छा चलेगा। नौकरी में मातहतों से कहासुनी हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। कुसगंति से बचें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है।

🏻 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा। परिवार में मांगलिक कार्य हो सकता है। धन प्राप्ति सुगम होगी। शरीर में कमर व घुटने आदि के दर्द से परेशानी हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। शत्रुभय रहेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। बड़ा लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। भाग्य का साथ रहेगा। शेयर मार्केट से लाभ होगा। शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधनों की प्राप्ति पर व्यय होगा।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
किसी वरिष्ठ प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कष्ट व भय सताएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। किसी मांगलिक कार्य में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। भागदौड़ अधिक रहेगी। थकान व कमजोरी महसूस होगी। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश सोच-समझकर करें। राजभय रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। यात्रा में जल्दबाजी न करें।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक कार्यों में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में प्रशंसा होगी। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। चोट व रोग से बचें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। पारिवारिक सहयोग मिलेगा।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
दूर से शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। घर में मेहमानों का आगमन होगा। कोई मांगलिक कार्य हो सकता है। आत्मविश्वास बढ़ेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। यश बढ़ेगा।

🐟 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। किसी बड़ी समस्या से मुक्ति मिल सकती है। किसी न्यायपूर्ण बात का भी विरोध हो सकता है। विवाद न करें। कुबुद्धि हावी रहेगी। चोट व रोग से बचें।

☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩













You Tube: 
1. Youtube:  ग्रह वाणी   
https://youtu.be/RwbixOslOhI

2. Youtube:  B I News
https://youtu.be/VwwU7GSmc8o?si=Y4y_DG_etYEolPQ0


PLEASE:-
भारत माता की जय


शहीद राम प्रसाद त्रिपाठी को भाजपा के पदाधिकारीयों ने दी श्रद्धांजलि।

शहीद राम प्रसाद त्रिपाठी को भाजपा के पदाधिकारीयों ने दी श्रद्धांजलि। 

आज अमर शहीद* रामप्रसाद त्रिपाठी की 32 वी पुण्यतिथि पर जूही मंडल के मंडल मंत्री डॉक्टर समरदीप पांडेय ने अपने मंडल के पदाधिकारीयों के साथ गोविंद नगर स्थित 9 ब्लॉक में गरीबों मजदूरों एवं कर्मचारियों के मसीहा शाहिद राम प्रसाद त्रिपाठी जी को 32वीं शहादत दिवस पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर पर जूही मंडल मंत्री डॉक्टर समरदीप पांडेय ने कहा वरिष्ठश्रमिक नेता राम प्रसाद त्रिपाठी ने श्रमीको से जुड़े तमाम आंदोलन मे हिस्सा लिया। राम प्रसाद त्रिपाठी की हत्या करने वाले कायर थे। शहीद रामप्रसाद त्रिपाठी की हत्या करने वाले ने पीठ पर प्रहार किया था । कर्मचारी नेता बनना बहुत ही कठिन कार्य है। क्योंकी कर्मचारियों कि लीडरशिप में बहुत समस्याएं आती है। लेकिन राम प्रसाद त्रिपाठी ने सभी बाधा को पार करके कर्मचारियों के लोकप्रिय नेता थे। तभी उनकी प्रतिमा पर भीड़ है।जिसमें उनके पुत्र अनिल त्रिपाठी, सुशीलत्रिपाठी, सर्वेश त्रिपाठी, एवं भाजपा जिला कार्यकारिणी सदस्य किसान मोर्चा अवध बिहारी अवस्थी, मंडल अध्यक्ष दीपू पासवान, मंडल उपाध्यक्ष राजीव अवस्थी, वरिष्ठ नेता अरुण बाजपेई, वार्ड 48 पार्षद सरोज चढ़ा, बूथ अध्यक्ष राजेश कुशवाहा, अनूप शुक्ला, तेजभान सिंह, राजन सिंह, भारी संख्या में क्षेत्रीय जनता पार्टी के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

                                                    आज का पञ्चांग,दिन,मंगलवार,दिनांक 04/11/2025,




               *|| 🕉️ ||*
         *🌞सुप्रभातम🌞*
         *आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 04/11/2025, मंगलवार


*जय श्री राम*

*चतुर्दशी, शुक्ल पक्ष,*
*कार्तिक*
(समाप्ति काल)

तिथि----------- चतुर्दशी 22:35:42      तक 
पक्ष-------------------------- शुक्ल
नक्षत्र------------- रेवती 12:33:41
योग--------------- वज्र 15:41:51
करण--------------- गर 12:23:24
करण----------- वणिज 22:35:42
वार----------------------- मंगलवार
माह----------------------- कार्तिक
चन्द्र राशि-------    मीन 12:33:41
चन्द्र--------------------‐----- राशि    
सूर्य राशि--------------------    तुला
रितु--------------------------- हेमंत
आयन------------------ दक्षिणायण
संवत्सर--------------------विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर)-------------- सिद्धार्थी
विक्रम संवत-------‐-------- 2082 
गुजराती संवत-------------- 2082 
शक संवत------------------ 1947 
कलि संवत------------------ 5126
सूर्योदय-----‐---------- 06:33:07
सूर्यास्त----------------- 17:32:01
दिन काल-------------- 10:58:53
रात्री काल-------------- 13:01:49
चंद्रोदय----------------- 16:29:11
चंद्रास्त----------------- 30:04:16
लग्न----   तुला 17°39' , 197°39'
सूर्य नक्षत्र------------------- स्वाति
चन्द्र नक्षत्र-------------------- रेवती
नक्षत्र पाया-------------------- स्वर्ग 

*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*

च---- रेवती 07:14:04

ची---- रेवती 12:33:41

चु---- अश्विनी 17:51:52

चे---- अश्विनी 23:08:46

चो---- अश्विनी 28:24:33

*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
============================
सूर्य=  तुला 17°49 ,          स्वाति 4       ता
चन्द्र= मीन  26°30 ,      रेवती.  3      च
बुध = वृश्चिक  10°52 ' अनुराधा   3      नू
शु क्र= तुला 02°05,       चित्रा   , 3      रा
मंगल= वृश्चिक 05°30 '  अनुराधा   1      ना 
गुरु= कर्क  00°30       पुनर्वसु,     4      ही 
शनि=मीन 01°58 '    पूo भा o  , 4       दी 
राहू=(व) कुम्भ 21°06 पू o भा o,     1   से 
केतु= (व) सिंह 21°06 पूoफा o   3       टी 
============================

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 14:47 - 16:10 अशुभ
यम घंटा 09:18 - 10:40 अशुभ
गुली काल 12:03 - 13:25 अशुभ 
अभिजित 11:41 - 12:25 शुभ
दूर मुहूर्त 08:45 - 09:29 अशुभ
दूर मुहूर्त 22:44 - 23:28 अशुभ
वर्ज्यम 30:10* - 31:34* अशुभ
प्रदोष 17:32 - 20:11        शुभ

💮चोघडिया, दिन

रोग 06:33 - 07:55 अशुभ
उद्वेग 07:55 - 09:18 अशुभ
चर 09:18 10:40 शुभ
लाभ 10:40 12:03 शुभ
अमृत 12:03 13:25 शुभ
काल 13:25 14:47 अशुभ
शुभ 14:47 - 16:10 शुभ
रोग 16:10 - 17:32 अशुभ

🚩चोघडिया, रात

काल 17:32 19:10 अशुभ
लाभ 19:10 - 20:47 शुभ
उद्वेग 20:47 - 22:25 अशुभ
शुभ 22:25 - 24:03* शुभ
अमृत 24:03* - 25:41* शुभ
चर 25:41*- 27:18* शुभ
रोग 27:18* - 28:56* अशुभ
काल 28:56*30:34* अशुभ

💮होरा, दिन

मंगल 06:33 -07:28
सूर्य 07:28- 08:23
शुक्र 08:23- 09:18
बुध 09:18- 10:13
चन्द्र 10:13- 11:08
शनि 11:08- 12:03
बृहस्पति 12:03 -12:57
मंगल 12:57- 13:52
सूर्य 13:52 -14:47
शुक्र 14:47 -15:42
बुध 15:42- 16:37
चन्द्र 16:37 -17:32

🚩होरा, रात

शनि 17:32- 18:37
बृहस्पति 18:37- 19:42
मंगल 19:42 -20:47
सूर्य 20:47 -21:53
शुक्र 21:53- 22:58
बुध 22:58 -24:03
चन्द्र 24:03-25:08
शनि 25:08-26:13
बृहस्पति 26:13-27:18
मंगल 27:18-28:24
सूर्य 28:24-29:29
शुक्र 29:29-30:34

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 

तुला   >  05:18  से  07:34    तक
वृश्चिक > 07:34 से  09:50     तक
धनु     > 09:50  से  11:58     तक
मकर   > 11:58 से  13:30     तक
कुम्भ   > 13:30  से  15:04     तक
मीन    > 15:04  से  16:40     तक
मेष     > 16:40  से  18:10     तक     
वृषभ   > 18:10 से  20:04     तक
मिथुन  > 20:04 से 22:32      तक
कर्क    > 22:32  से 00:44    तक
सिंह    > 00:44 से  02:50      तक
कन्या  > 02:50  से   05:20    तक
=======================

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान------------- उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

  14 + 3 + 1 = 18  ÷ 4 = 2 शेष
 आकाश पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

चंद्र ग्रह मुखहुति

*💮    शिव वास एवं फल -:*

  14 + 14 + 5 = 33 ÷ 7 =  5 शेष

ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

रात्रि 22:36 प्रारम्भ 

स्वर्ग लोक  =  शुभ कारक 

*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*

  *सर्वार्थ,अमृत सिद्धि योग 12:34 से*

*वैकुण्ठ चतुर्दशी*

*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

गन्धः सुवर्णे फलभिक्षुदंडे-
नाऽकारि पुष्पं खलु चन्दनस्य ।
विद्वान् धनी भूपतिदीर्घजीवी
धातुः पुरा कोऽपि न बुध्दिदोऽभूत् ।।
।।चाo नीo।।

  शायद किसीने ब्रह्माजी, जो इस सृष्टि के निर्माता है, को यह सलाह नहीं दी की वह ...
सुवर्ण को सुगंध प्रदान करे.
गन्ने के झाड को फल प्रदान करे.
चन्दन के वृक्ष को फूल प्रदान करे.
विद्वान् को धन प्रदान करे.
राजा को लम्बी आयु प्रदान करे.

*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*

गीता -: सांख्ययोग - अo-2

दुःखेष्वनुद्विग्नमनाः सुखेषु विगतस्पृहः।
 वीतरागभयक्रोधः स्थितधीर्मुनिरुच्यते॥

दुःखों की प्राप्ति होने पर जिसके मन में उद्वेग नहीं होता, सुखों की प्राप्ति में सर्वथा निःस्पृह है तथा जिसके राग, भय और क्रोध नष्ट हो गए हैं, ऐसा मुनि स्थिरबुद्धि कहा जाता है
 ॥56॥

*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
कार्यप्रणाली में सुधार होगा। योजना फलीभूत होगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। यात्रा के योग बनेंगे। लाभ होगा। राज्य से परेशानी हो सकती है। स्त्री को कष्ट। जायदाद वृद्धि के योग बनेंगे। विरोधी सक्रिय होंगे।

🐂वृष
चिंता तथा तनाव रहेंगे। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। चोट व रोग से बचें। विवाद न करें। आवश्यकताएं बढ़ेंगी। आर्थिक तंगी हो सकती है। कर्ज से बचें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। शत्रु परेशान करेंगे। हानि नहीं पहुंचा पाएंगे।

👫मिथुन
व्यवसाय ठीक चलेगा। जल्दबाजी न करें। कष्ट होंगे। खर्च बढ़ेंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। धनागम के अवसर बनेंगे। 'आ बैल मुझे मार' की स्‍थिति निर्मित न होने दें। अकारण भय बना रहेगा। व्यापारी सोच-समझकर निर्णय लें। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है।

🦀कर्क
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। बकाया वसूली होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। विवाद न करें। नेत्र पीड़ा की संभावना। कुछ लाभ। यात्रा के योग टलेंगे। विरोधी सक्रिय होंगे। ज्ञानीजनों से मुलाकात होगी। शांति बनाना आवश्यक है। अकारण भय व्याप्त होगा।

🐅सिंह
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बढ़ेगी। हानि-लाभ का वातावरण बनेगा। पराक्रम बढ़ेगा। विजय मिलेगी, गर्व न करें। ईमानदारी से कार्य करते रहें। समय पक्ष का है। स्त्री सुख, यात्रा में हानि, दुख। विरोधी कष्ट देंगे।

🙎‍♀️कन्या
कोर्ट व कचहरी के कार्य बनेंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। हानि, भय, कष्ट का वातावरण बनेगा। कुछ लाभ के आसार दिखेंगे। दुखद समाचार मिलने की संभावना है। अस्वस्थता होगी। कुसंग से हानि, कुछ लाभ के आसार दिखेंगे।

⚖️तुला
दौड़-धूप अधिक होगी। बुरी सूचना मिल सकती है। विवाद न करें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। धनलाभ के अवसर प्राप्त होंगे। अकारण भय व्याप्त होगा। शत्रु शांत होंगे। वाहन देखकर चलाएं। परिस्‍थितियां अनुकूल होंगी। कुछ विरोध होगा। विरोधी अपमान करेंगे। शांति होगी।

🦂वृश्चिक
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। थकान महसूस होगी। रोजगार में वृद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। कष्टों में वृद्धि के योग हैं। कुछ नए कार्य की संभावना सिद्ध होगी। कष्टों में निवृत्ति नहीं होगी। कलह से बचना होगा। अधिकार के लिए प्रयत्न करना होगा।

🏹धनु
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ होगा। रोग घेरेंगे। चिंताएं बढ़ेंगी। शत्रु शांत होंगे। अपमान, कष्ट, कलह से बचना होगा। राज्य से लाभ के अवसर बढ़ेंगे। लाभ होगा। शत्रु परेशान करेंगे। कुछ नुकसान होगा।

🐊मकर
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। शुभ समाचार की आशा बंधेगी। शत्रु षड्यंत्र रचेंगे। सावधान रहने की आवश्यकता है। पराक्रम दिखलाने का अवसर है। लाभ होगा। रिश्वत न लें। नम्रता बनाए रखें।

🍯कुंभ
धनलाभ के अवसर बढ़ेंगे। मेहनत‍ का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। घर-बाहर पूछ-परख बनी रहेगी। मातृपक्ष से परेशानी होगी। दुर्घटना की संभावना। धन मिलने की परिस्‍थिति निर्मित होगी। अंतरप्रेरणा से कार्य करें। प्रमाद का त्याग करना होगा।

🐟मीन
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। शत्रु शांत होंगे। कष्ट-भय की संभावना, अस्वस्थता, आलस्य का अनुभव करेंगे। धनागम होगा। शरीर शिथिल होगा। शत्रु शांत रहेंगे। लाभ-हानि बराबर रहेंगे। प्रमाद बढ़ेगा।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*











You Tube: 
1. Youtube:  ग्रह वाणी   
https://youtu.be/RwbixOslOhI

2. Youtube:  B I News
https://youtu.be/VwwU7GSmc8o?si=Y4y_DG_etYEolPQ0


PLEASE:-
भारत माता की जय


                         

आज का पांचांग दिन सोमवार दिनांक 03/11/2025

                                     

                  🌞सुप्रभातम🌞 

      ⚜️««« *आज का पंचांग* »»»⚜️

       दिनांक:- 03/11/2025सोमवार


*जय श्री राम*

     3  नवंबर- श्रीरामचरितमानस


मम माया संभव संसारा ।

जीव चराचर बिबिधि प्रकारा ।।

सब मम प्रिय सब मम उपजाए ।

सब ते अधिक मनुज मोहि भाए ।।

( उत्तरकांड, 85/2) 

         राम राम बंधुओं, मोह से मुक्त होने के बाद राम जी से काकभुसुंडि जी उनकी भक्ति माँगते हैं । अपनी भक्ति का वरदान देने के बाद राम जी उन्हें अपना सिद्धांत बता रहें हैं । वे कहते हैं कि मेरी माया से ही यह संसार बना है , इसमें अनेकों प्रकार के चर व अचर जीव हैं । मेरे द्वारा उत्पन्न होने के कारण सभी मुझे प्रिय हैं लेकिन मनुष्य मुझे सर्वाधिक प्रिय हैं । 

          मित्रों, राम जी को मनुष्य प्रिय हैं पर हम आप अपनी प्रियता जानते हैं । राम जी की तरह हमारी भी प्रियता  जगदीश राम जी में होनी चाहिए अतएव राम जी  से प्रेम करें , राम प्रेमी बनें अस्तु राम राम जय राम राम 🚩🚩🚩.                         *|| 🕉️ ||*

                *🌞 सुप्रभातम 🌞* 

              *🙏 आज का पञ्चांग 🙏*


*दिनाँक:-03/11/2025,सोमवार*

*त्रयोदशी, शुक्ल पक्ष,*

*कार्तिक*

(समाप्ति काल)


तिथि---------- त्रयोदशी 26:05:18.     तक 

पक्ष-------------------------- शुक्ल

नक्षत्र--------- उoभाo 15:04:49

योग-------------- हर्शण 19:38:32

करण----------- कौलव 15:40:08

करण------------- तैतुल 26:05:18

वार------------------------ सोमवार

माह----------------------- कार्तिक

चन्द्र राशि-------------------    मीन

सूर्य राशि--------------------   तुला

रितु--------------------------- हेमंत

आयन------------------ दक्षिणायण

संवत्सर------------------- विश्वावसु

संवत्सर (उत्तर) --------------सिद्धार्थी

विक्रम संवत---------------- 2082 

गुजराती संवत-------------- 2082 

शक संवत------------------ 1947

कलि संवत------------------ 2082

सूर्योदय---------------- 06:32:25

सूर्यास्त----------------- 17:32:42

दिन काल-------------- 11:00:16

रात्री काल-------------- 13:00:25

चंद्रोदय----------------- 15:52:27

चंद्रास्त----------------- 28:54:18

लग्न---- तुला 16°39' , 196°39'

सूर्य नक्षत्र------------------- स्वाति

चन्द्र नक्षत्र----------- उत्तराभाद्रपद 

नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र


*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*


झ---- उत्तरभाद्रपदा 09:37:46


ञ---- उत्तरभाद्रपदा 15:04:49


दे---- रेवती 20:29:46


दो---- रेवती 25:52:48


*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*


        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद

============================

सूर्य=  तुला 16°49 ,          स्वाति 3       रो

चन्द्र= मीन  11°30 ,    उoभाo   3      झ

बुध = वृश्चिक  09°52 ' अनुराधा   2      नी

शु क्र= तुला 00°05,       चित्रा   , 3      रा

मंगल= वृश्चिक 04°30 '  अनुराधा   1      ना 

गुरु= कर्क  00°30       पुनर्वसु,     4      ही 

शनि=मीन 01°58 '    पूo भा o  , 4       दी 

राहू=(व) कुम्भ 21°08 पू o भा o,     1   से 

केतु= (व) सिंह 21°08 पूoफा o   3       टी 

============================


*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*


राहू काल 07:55 - 09:17 अशुभ

यम घंटा 10:40 - 12:03 अशुभ

गुली काल 13:25 - 14:48 अशुभ 

अभिजित 11:41 - 12:25 शुभ

दूर मुहूर्त 12:25 - 13:09 अशुभ

दूर मुहूर्त 14:37 - 15:21 अशुभ

वर्ज्यम 25:53* - 27:19* अशुभ

प्रदोष 17:33 - 20:11       शुभ


💮चोघडिया, दिन


अमृत 06:32 - 07:55 शुभ

काल 07:55 - 09:17 अशुभ

शुभ 09:17 - 10:40 शुभ

रोग 10:40 - 12:03 अशुभ

उद्वेग 12:03 - 13:25 अशुभ

चर 13:25 14:48 शुभ

लाभ 14:48 16:10 शुभ

अमृत 16:10 17:33 शुभ


🚩चोघडिया, रात


चर 17:33 - 19:10 शुभ

रोग 19:10 - 20:48 अशुभ

काल 20:48 22:25 अशुभ

लाभ 22:25 - 24:03* शुभ

उद्वेग 24:03* - 25:40* अशुभ

शुभ 25:40* - 27:18* शुभ

अमृत 27:18* - 28:56* शुभ

चर 28:56*- 30:33* शुभ


💮होरा, दिन


चन्द्र 06:32- 07:27

शनि 07:27 -08:22

बृहस्पति 08:22 -09:17

मंगल 09:17- 10:13

सूर्य 10:13- 11:08

शुक्र 11:08- 12:03

बुध 12:03 -12:58

चन्द्र 12:58 -13:53

शनि 13:53- 14:48

बृहस्पति 14:48- 15:43

मंगल 15:43- 16:38

सूर्य 16:38 -17:33


🚩होरा, रात


शुक्र 17:33 -18:38

बुध 18:38- 19:43

चन्द्र 19:43- 20:48

शनि 20:48- 21:53

बृहस्पति 21:53- 22:58

मंगल 22:58- 24:03

सूर्य 24:03-25:08

शुक्र 25:08-26:13

बुध 26:13-27:18

चन्द्र 27:18-28:23

शनि 28:23'29:28

बृहस्पति 29:28-30:33


*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 


तुला   >  05:22  से  07:38    तक

वृश्चिक > 07:38 से  09:54     तक

धनु     > 09:54  से  12:02     तक

मकर   > 12:02 से  13:34     तक

कुम्भ   > 13:34  से  15:08     तक

मीन    > 15:08  से  16:44     तक

मेष     > 16:44  से  18:14     तक     

वृषभ   > 18:14 से  20:08     तक

मिथुन  > 20:08 से 22:36      तक

कर्क    > 22:36  से 00:48    तक

सिंह    > 00:48 से  02:54      तक

कन्या  > 02:54  से   05:24    तक

=======================


*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*


       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट


*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।


*💮दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*


*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*


  13 + 2 +  1 = 16  ÷ 4 = 0 शेष

 पृथ्वी लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l


*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*


सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है


शनि ग्रह मुखहुति


*💮    शिव वास एवं फल -:*


  13 + 13 + 5 = 31 ÷ 7 =  3 शेष


वृषभारूढ़ = शुभ कारक


*🚩भद्रा वास एवं फल -:*


*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


 *सोम प्रदोष व्रत (शिव पूजन)*

 


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


परस्परस्य मर्माणि ये भाषन्ते नराधमाः ।

त एव विलयं यान्ति वल्मीकोदरसर्पवत् ।।

।।चाo नीo।।


   वो कमीने लोग जो दूसरो की गुप्त खामियों को उजागर करते हुए फिरते है, उसी तरह नष्ट हो जाते है जिस तरह कोई साप चीटियों के टीलों में जा कर मर जाता है.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: सांख्ययोग - अo-2


श्रीभगवानुवाच

 प्रजहाति यदा कामान्‌ सर्वान्पार्थ मनोगतान्‌।

 आत्मयेवात्मना तुष्टः स्थितप्रज्ञस्तदोच्यते॥


श्री भगवान्‌ बोले- हे अर्जुन! जिस काल में यह पुरुष मन में स्थित सम्पूर्ण कामनाओं को भलीभाँति त्याग देता है और आत्मा से आत्मा में ही संतुष्ट रहता है, उस काल में वह स्थितप्रज्ञ कहा जाता है

 ॥55॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

आय में वृद्धि होगी। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। पुराने मित्र व संबंधी मिलेंगे। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। विरोध की संभावना, धनहानि, गृहस्‍थी में कलह, रोग से घिरने की संभावना, कुछ कार्यसिद्धि की संभावना। चिंताएं जन्म लेंगी। स्त्री पीड़ा, कुछ लाभ की आशा करें।


🐂वृष

स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। भागदौड़ रहेगी। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। धनागम सुस्त रहेगा। कार्य के प्रति अनमनापन रहेगा। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। कुछ लाभ की संभावना। चिंताएं कुछ कम होंगी।


👫मिथुन

लेनदारी वसूल होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। शत्रु भय रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में ग्राहकी अच्छी रहेगी। नौकरी में कार्य व्यवहार, ईमानदारी की प्रशंसा होगी। मशक्कत करने से लाभ होगा। चिंता होगी। शत्रु पराजित होंगे।


🦀कर्क

पार्टनर से मतभेद समाप्त होगा। नौकरी में अधिकारी का सहयोग तथा विश्वास मिलेगा। पारिवारिक व्यस्तता रहेगी। आकस्मिक व्यय से तनाव रहेगा। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। विवेक से कार्य करें। स्थानीय धर्मस्थल की परिवार के साथ यात्रा होगी।


🐅सिंह

लेन-देन में सावधानी रखें। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। शत्रु पर विजय, हर्ष के समाचार मिलने की संभावना। कुसंग से हानि। धनागम सुखद रहेगा। प्रेमिका मिलेगी। कुछ आय होगी। माता को कष्ट रहेगा।


🙎‍♀️कन्या

कारोबारी नए अनुबंध होंगे। नई योजना बनेगी। मान-सम्मान मिलेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्त्री कष्ट संभव। कलह से बचें। कार्य में सफलता, शत्रु पराजित होंगे। विवेक से कार्य बनेंगे। पेट रोग से पीड़ित होने की संभावना। वस्त्राभूषण की प्राप्ति के योग।


⚖️तुला

भय, पीड़ा व भ्रम की स्थिति बन सकती है। व्यर्थ भागदौड़ होगी। भय-पीड़ा, मानसिक कष्ट की संभावना। लाभ तथा पराक्रम ठीक रहेगा। दु:समाचार प्राप्त होंगे। हानि तथा भय की संभावना, पराक्रम से सफलता, कलहकारी वातावरण बनेगा। भयकारक दिन रहेगा।


🦂वृश्चिक

यात्रा सफल रहेगी। विवाद न करें। लेन-देन में सावधानी रखें। कानूनी बाधा दूर होगी। देव दर्शन होंगे। राज्य से लाभ होने की संभावना। मातृपक्ष की चिंता। वाहन-मशीनरी का प्रयोग सावधानी से करें। धनागम की संभावना। मित्र मिलेंगे। विवाद न करें।


🏹धनु

बेचैनी रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। राजकीय बाधा दूर होगी। नेत्र पीड़ा की संभावना। धनलाभ एवं बुद्धि लाभ होगा। शत्रु से परेशान होंगे। अपमान होने की संभावना। कष्ट की संभावना। धनहानि। कष्ट-पीड़ा। शारीरिक पीड़ा होगी।


🐊मकर

प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। झंझटों में न पड़ें। आगे बढ़ने के मार्ग मिलने की संभावना। शत्रु पराजित होंगे। लाभ होगा। स्वास्थ्य ठीक होगा। अनजाना भय सताएगा। राज्य से लाभ। शत्रु शांत होंगे।


🍯कुंभ

रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। परिवार की चिंता रहेगी। लाभ होगा। अस्वस्थता का अनुभव करेंगे। चिंता से मुक्ति नहीं मिलेगी। शत्रु दबे रहेंगे। कलह-अपमान से बचें। संभावित यात्रा होगी। सावधानी बरतना होगी।


🐟मीन

जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। घर-बाहर अशांति रह सकती है। प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा के योग बनेंगे। कुछ कष्ट होने की संभावना। लाभ के योग बनेंगे। स्त्री वर्ग को कष्ट। कुसंग से कष्ट। कलहकारक दिन रहेगा। अपनी तरफ से बात को बढ़ावा न दें।


*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*













You Tube: 

1. Youtube:  ग्रह वाणी   
https://youtube.com/shorts/xqc6820XshI?si=3BPhBlfPj8-AJ3Bo

2. Youtube:  B I News
https://youtu.be/VwwU7GSmc8o?si=Y4y_DG_etYEolPQ0


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🚩🚩भारत माता की जय🚩🚩

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