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चिपक कर सोने से हैं गज़ब के फायदे, जो हर कपल को जानने चाहिए, स्वास्थ्य और प्यार दोनों के लिए फायदेमंद

पति पत्नी चिपक कर सोने से क्या फायदा होता है? चिपक के सोना यानी कि अपने पार्टनर को गले लगा कर सोना सिर्फ प्यार का इजहार नहीं बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है, इससे तनाव कम होता है, नींद बेहतर आती है और रिश्ता भी मजबूत होता है.
चिपक कर सोने से हैं गज़ब के फायदे, जो हर कपल को जानने चाहिए, स्वास्थ्य और प्यार दोनों के लिए फायदेमंद
कडलिंग यानी अपने पार्टनर को गले लगाकर सोना सिर्फ एक रोमांटिक एहसास नहीं है, बल्कि ये आपके शरीर और मन दोनों के लिए बेहद फायदेमंद है. जब आप अपने पार्टनर के साथ क्लोज होकर सोते हैं, तो सिर्फ प्यार ही नहीं बढ़ता, बल्कि स्ट्रेस कम होता है, नींद गहरी आती है और रिश्ता भी मजबूत होता है. ये नजदीकियां मन को सुकून देती हैं, स्ट्रेस को कम करती हैं और नींद को भी बेहतर बनाती हैं. कई स्टडीज में ये बात सामने आई है कि पार्टनर के साथ क्लोज होकर सोना, शरीर में ऑक्सीटोसिन नाम के हार्मोन को बढ़ाता है, जो हमारे मूड को खुश रखता है, दिल को हेल्दी बनाता है और रिलेशनशिप को गहराई देता है. इसलिए कहा जा सकता है कि चिपक कर सोना सिर्फ प्यार जताने का तरीका नहीं, बल्कि एक हेल्दी और हैप्पी रिलेशनशिप का सीक्रेट है. आइए जानते हैं अपने पार्टनर के साथ क्लोज होकर सोने से आपके शरीर में किस तरह के बदलाव होते हैं या किस तरह का असर नजर आता है.

पार्टनर के साथ चिपक कर सोने के फायदे (Amazing Benefits Of Sleeping While Cuddling With Your Partner)

स्ट्रेस को कम करें (Reduces Stress)

जब आप अपने पार्टनर के साथ गले लगकर सोते हैं, तो शरीर से ऑक्सीटोसिन नामक हार्मोन निकलता है, जिसे लव हार्मोन कहा जाता है. ये हार्मोन मूड को बेहतर करता है, जिससे टेंशन और चिंता कम होती है और आप रिलैक्स महसूस करते हैं.

नींद की क्वालिटी बेहतर करें (Improves Sleep Quality)

पार्टनर की बॉडी हीट और दिल की धड़कन से मिलने वाला सुकून नींद को गहरा और रिलैक्सिंग बनाता है. जो कपल्स साथ सोते हैं, उन्हें सिंगल लोगों की तुलना में बेहतर नींद आती है.

रिलेशनशिप को मजबूत बनाएं (Strengthens Relationship)

गले लगकर सोने से इमोशनल बॉन्ड और ट्रस्ट बढ़ता है. जब आप रोज़ रात को एक-दूसरे को गले लगाकर सोते हैं, तो आपके बीच का प्यार और समझ दोनों गहरी होती जाती हैं.

ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखे (Controls Blood Pressure)

ऑक्सीटोसिन का असर सिर्फ मूड पर ही नहीं, बल्कि शरीर पर भी पड़ता है. इससे ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है और दिल की सेहत बेहतर होती है.

डिप्रेशन को दूर रखे (Reduces Depression)

पार्टनर का टच और उनकी वॉर्मथ आपके मन को शांत करती है. इससे अकेलापन महसूस नहीं होता और डिप्रेशन का खतरा भी कम होता है.

इम्यूनिटी बढ़ाए (Boosts Immunity)

गले लगने से जो ऑक्सीटोसिन रिलीज होता है, वह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है. इससे शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है.

बॉडी टेंपरेचर बैलेंस करे (Balances Body Temperature)

स्किन-टू-स्किन टच से शरीर का तापमान संतुलित रहता है. इससे नींद आरामदायक होती है, खासकर सर्दियों में चिपककर सोना बेहद सुखद और सेहतमंद साबित होता है

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. B.I.News (www.newsbin24.com) इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.



नौकरी के बाद क्या PF अकाउंट हो जाता है बंद? जानिए कितने समय तक मिलता है ब्याज, वरना फंस सकता है पैसा........

EPFO के नए नियमों के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक बेरोजगार रहता है, तो अब वह अपनी पेंशन (EPS) की रकम 2 महीने बाद नहीं, बल्कि 36 महीने बाद निकाल सकेगा.

अगर आपने हाल ही में नौकरी छोड़ी है या नई जॉब जॉइन करने से पहले ब्रेक लिया है, तो यह खबर आपके लिए बहुत काम की है. कई लोगों के मन में सवाल होता है कि क्या नौकरी छोड़ने पर उनका PF अकाउंट बंद हो जाता है या फिर उस पर ब्याज मिलना रुक जाता है. EPFO (Employees' Provident Fund Organisation) ने इसको लेकर नियम बनाए हुए हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में...

PF अकाउंट क्या है और क्यों जरूरी है?

हर सैलरीड कर्मचारी का PF अकाउंट होता है, जिसे EPFO मैनेज करता है. इसमें हर महीने आपकी बेसिक सैलरी का 12 फीसदी हिस्सा जमा होता है और उतना ही हिस्सा कंपनी की तरफ से भी जोड़ा जाता है. यानी हर महीने आपकी सैलरी से एक तय रकम आपकी सेविंग के रूप में PF अकाउंट में जाती रहती है. यही फंड आगे चलकर आपकी रिटायरमेंट और पेंशन की लाइफलाइन बनता है.

PF अकाउंट नहीं होगा बंद

EPFO के नियमों के मुताबिक, अगर कोई कर्मचारी नौकरी छोड़ देता है या उसकी नौकरी चली जाती है, तब भी उसका PF अकाउंट एक्टिव रहता है. जब तक आपके अकाउंट में पैसा जमा है और आपकी उम्र 58 साल से कम है, तब तक हर साल ब्याज मिलता रहेगा.

यानि कि आपका पैसा रुकता नहीं है, बल्कि साल-दर-साल बढ़ता रहता है. यह ब्याज तब तक मिलता है जब तक आपका अकाउंट इनएक्टिव नहीं माना जाता.

EPFO कितने समय तक देता है ब्याज?

EPFO के नियमों के अनुसार, अगर तीन साल तक आपके PF अकाउंट में कोई नया योगदान (contribution) नहीं आता है, तो अकाउंट “इनऑपरेटिव” हो जाता है. इसका मतलब यह हुआ कि नौकरी छोड़ने के बाद तीन साल तक ब्याज मिलता रहेगा, लेकिन अगर इस दौरान कोई नई जॉब नहीं की और योगदान नहीं हुआ, तो चौथे साल से ब्याज बंद हो जाएगा.

उदाहरण के तौर पर, अगर किसी ने  में  नवंबर 2025 में नौकरी छोड़ी है और उसके बाद किसी नई कंपनी में योगदान नहीं हुआ, तो उसे नवंबर 2028 तक ब्याज मिलेगा. इसके बाद ब्याज मिलना बंद हो जाएगा.हालांकि, यह जरूरी है समझना कि ब्याज रुकने का मतलब आपका पैसा खत्म होना नहीं है. जो रकम पहले से जमा है और जो ब्याज अब तक जुड़ा है, वो सुरक्षित रहता है.

58 की उम्र के बाद क्यों रुक जाता है ब्याज?

EPFO के नियम के मुताबिक, जैसे ही व्यक्ति की उम्र 58 साल होती है, उस पर ब्याज मिलना बंद हो जाता है. सरकार इसे रिटायरमेंट की उम्र मानती है और यह मानकर चलती है कि व्यक्ति अब अपनी PF सेविंग निकाल लेगा. अगर कोई व्यक्ति 58 के बाद भी पैसा खाते में रखता है, तो उसे उस पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं मिलेगा.

इसलिए एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि रिटायरमेंट के बाद अपना PF पैसा निकाल लेना या पेंशन अकाउंट में ट्रांसफर कर लेना ही समझदारी है.

अगर नौकरी छूट गई है तो क्या करें?

अगर आपकी नौकरी चली गई है तो घबराने की जरूरत नहीं है. PF का पैसा आपका है और उस पर ब्याज भी मिलेगा. अगर आप लंबे समय तक बेरोजगार हैं, तो आप चाहें तो अपने PF अकाउंट से पैसा निकाल सकते हैं या फिर जब नई नौकरी मिले तो उसे उसी UAN के जरिए ट्रांसफर कर सकते हैं.

अब सरकार ने PF नियमों में बड़ा बदलाव भी किया है . बेरोजगारी की स्थिति में आप अपने PF बैलेंस का 75 फीसदी हिस्सा तुरंत निकाल सकते हैं. बाकी 25 फीसदी रकम आप एक साल बाद निकाल सकते हैं.

EPS फंड के लिए नया नियम

EPFO के नए प्रावधानों के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक बेरोजगार रहता है, तो अब वह अपनी पेंशन (EPS) की रकम 2 महीने बाद नहीं, बल्कि 36 महीने बाद निकाल सकेगा. सरकार का कहना है कि यह कदम लोगों की लॉन्ग-टर्म सोशल सिक्योरिटी यानी भविष्य की पेंशन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है.

PF अकाउंट ट्रांसफर करना है सबसे बेहतर तरीका

अगर आप नई नौकरी में जा रहे हैं तो PF अकाउंट को ट्रांसफर करना सबसे सही कदम है. UAN पोर्टल पर कुछ क्लिक में आप अपना PF बैलेंस नई कंपनी के अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं. इससे आपका ब्याज भी लगातार जुड़ता रहेगा और रिटायरमेंट पर एक बड़ी रकम तैयार होगी.

लंबे समय तक अकाउंट इनएक्टिव रहने से क्या दिक्कतें होती हैं?

अगर PF अकाउंट लंबे समय तक इनएक्टिव रहता है, तो न सिर्फ ब्याज रुक जाता है, बल्कि आगे चलकर अकाउंट ट्रैक करना भी मुश्किल हो जाता है. पुराने मोबाइल नंबर या बैंक डिटेल बदल जाने से OTP और क्लेम प्रोसेस में दिक्कत आती है. साथ ही, अगर नॉमिनी अपडेट नहीं है, तो पैसे निकालने में और परेशानी हो सकती है. इसलिए अगर आपने जॉब बदली है या फिलहाल काम नहीं कर रहे हैं, तो या तो PF को ट्रांसफर कर लें या फिर विड्रॉल कर लें.

                                                                

आज का पांचांग दिन शुक्रवार दिनांक 07/11/2025


                  🌞सुप्रभातम🌞 

      ⚜️««« *आज का पंचांग* »»»⚜️

       दिनांक:- 07/11/2025, शुक्रवार

      

     *जय श्री राम*

*द्वितीया, कृष्ण पक्ष,*

*मार्गशीर्ष*

'(समाप्ति काल)


तिथि----------- द्वितीया 11:04:54.      तक 

पक्ष-------------------------- कृष्ण

नक्षत्र----------- रोहिणी 24:32:39

योग-------------- परिघ 22:26:34

करण--------------- गर 11:04:54

करण----------- वणिज 21:15:33

वार------------------------ शुक्रवार

माह---------------------- मार्गशीर्ष

चन्द्र राशि------------------    वृषभ

सूर्य राशि--------------------    तुला

रितु--------------------------- हेमंत

आयन------------------ दक्षिणायण

संवत्सर------‐------------ विश्वावसु

संवत्सर (उत्तर)-----‐-------- सिद्धार्थी

विक्रम संवत---------------- 2082 

गुजराती संवत-------------- 2082 

शक संवत------------------ 1947 

कलि संवत------------------ 5126

सूर्योदय---------------- 06:35:17 

सूर्यास्त----------------- 17:30:07

दिन काल-------------- 10:54:49 

रात्री काल-------------- 13:05:54

चंद्रास्त----------------- 08:32:12 

चंद्रोदय----------------- 18:56:02


लग्न ----  तुला 20°39' , 200°39'


सूर्य नक्षत्र-------‐--------- विशाखा 

चन्द्र नक्षत्र-------------------रोहिणी

नक्षत्र पाया------------------- लोहा 


*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*


ओ---- रोहिणी 08:41:52


वा---- रोहिणी 13:57:38


वी---- रोहिणी 19:14:30


वु---- रोहिणी 24:32:39


वे---- मृगशीर्षा 29:52:16


*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*


        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद

============================

सूर्य=  तुला 20°49 ,      विशाखा  1       ती

चन्द्र= मेष  11°30 ,      रोहिणी .  1      ओ

बुध = वृश्चिक  12°52 ' अनुराधा   3      नू

शु क्र= तुला 04°05,       चित्रा   , 4      री

मंगल= वृश्चिक 07°30 '  अनुराधा   2      नी

गुरु= कर्क  00°30       पुनर्वसु,     4      ही 

शनि=मीन 01°58 '    पूo भा o  , 4       दी 

राहू=(व) कुम्भ 20°55 पू o भा o,     1   से 

केतु= (व) सिंह 20°55 पूoफा o   3       टी 

============================


*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*


राहू काल 10:41 - 12:03 अशुभ

यम घंटा 14:46 - 16:08 अशुभ

गुली काल 07:57 - 09:19 अशुभ 

अभिजित 11:41 - 12:25 शुभ

दूर मुहूर्त 08:46 - 09:30 अशुभ

दूर मुहूर्त 12:25 - 13:08 अशुभ

वर्ज्यम 17:29 - 18:53 अशुभ

प्रदोष 17:30 - 20:10.    शुभ


💮चोघडिया, दिन


चर 06:35-07:57 शुभ

लाभ 07:57 - 09:19 शुभ

अमृत 09:19 10:41 शुभ

काल 10:41 12:03 अशुभ

शुभ 12:03 13:25 शुभ

रोग 13:25 - 14:46 अशुभ

उद्वेग 14:46 - 16:08 अशुभ

चर 16:08 17:30 शुभ


🚩चोघडिया, रात


रोग 17:30 - 19:08 अशुभ

काल 19:08 20:47 अशुभ

लाभ 20:47 - 22:25 शुभ

उद्वेग 22:25 - 24:03* अशुभ

शुभ 24:03* - 25:41* शुभ

अमृत 25:41* - 27:20* शुभ

चर 27:20* - 28:58* शुभ

रोग 28:58* - 30:36* अशुभ


💮होरा, दिन


शुक्र 06:35- 07:30

बुध 07:30- 08:24

चन्द्र 08:24 -09:19

शनि 09:19 -10:14

बृहस्पति 10:14- 11:08

मंगल 11:08 -12:03

सूर्य 12:03 -12:57

शुक्र 12:57- 13:52

बुध 13:52 -14:46

चन्द्र 14:46 -15:41

शनि 15:41- 16:36

बृहस्पति 16:36- 17:30


🚩होरा, रात


मंगल 17:30- 18:36

सूर्य 18:36- 19:41

शुक्र 19:41 -20:47

बुध 20:47- 21:52

चन्द्र 21:52- 22:58

शनि 22:58 -24:03

बृहस्पति 24:03-25:09

मंगल 25:09- 26:14

सूर्य 26:14-27:20

शुक्र 27:20-28:25

बुध 28:25-29:31

चन्द्र 29:31-30:36


*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 


तुला   >  05:06  से  07:22    तक

वृश्चिक > 07:22 से  09:38     तक

धनु     > 09:38  से  11:46     तक

मकर   > 11:46 से  13:18     तक

कुम्भ   > 13:18  से  14:52     तक

मीन    > 14:52  से  16:28     तक

मेष     > 16:28  से  17:58     तक     

वृषभ   > 17:58 से  19:52     तक

मिथुन  > 19:52 से 22:20      तक

कर्क    > 22:20  से 00:32    तक

सिंह    > 00:32 से  02:38      तक

कन्या  > 02:38  से   05:08    तक

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*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*


       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट


*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।


*💮दिशा शूल ज्ञान------------- पश्चिम*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*


*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*


  17 + 6 +  1 = 24 ÷ 4 = 0 शेष

 पृथ्वी लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l


*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*


सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है


चन्द्र ग्रह मुखहुति


*💮    शिव वास एवं फल -:*


  17 + 17 + 5 = 39 ÷ 7 = 4 शेष


सभायां = सन्ताप कारक


*🚩भद्रा वास एवं फल -:*


*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*


रात्रि 21:18 से  प्रारंभ


स्वर्ग लोक  =  शुभ कारक 


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


 *रोहिणी व्रत*


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


विद्यार्थी सेवकः पान्थः क्षुधार्तो भयकातरः ।

भाण्डारी प्रतिहारी च सप्त सुप्तान् प्रबोधयेत् ।।

।।चाo नीo।।


   इन सातो को जगा दे यदि ये सो जाए...

१. विद्यार्थी 

२. सेवक 

३. पथिक 

४. भूखा आदमी 

५. डरा हुआ आदमी 

६. खजाने का रक्षक 

७. खजांची


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: सांख्ययोग - अo-2


यदा संहरते चायं कूर्मोऽङ्गनीव सर्वशः।

 इन्द्रियाणीन्द्रियार्थेभ्यस्तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठिता॥


और कछुवा सब ओर से अपने अंगों को जैसे समेट लेता है, वैसे ही जब यह पुरुष इन्द्रियों के विषयों से इन्द्रियों को सब प्रकार से हटा लेता है, तब उसकी बुद्धि स्थिर है (ऐसा समझना चाहिए)

 ॥58॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

व्यवसाय लाभप्रद रहेगा, नई योजनाएं बनेंगी। रुका हुआ धन मिल सकता है। निवेश शुभ रहेगा। यात्रा सफल रहेगी। रोमांस में सफलता मिलेगी, प्रसन्नता रहेगी। स्वयं के ही प्रयासों से जनप्रियता एवं मान-सम्मान मिलेगा। रुका काम समय पर पूरा होने से आत्मविश्वास बढ़ेगा।


🐂वृष

जोखिम न लें। नए संबंधों के प्रति सतर्क रहें। भूल करने से विरोधी बढ़ेंगे। कार्यक्षेत्र का विकास एवं विस्तार होगा। उपहार मिल सकता है। संतान की चिंता दूर होगी। अप्रत्याशित खर्च होंगे। तनाव रहेगा। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। वस्तुएं संभालकर रखें।


👫मिथुन

अप्रत्याशित लाभ होगा। यात्रा होगी। व्यावसायिक अथवा निजी काम से सुखद यात्रा हो सकती है। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी। दूसरों से न उलझें। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। वरिष्ठ जन सहायता करेंगे।


🦀कर्क

दूसरों पर विश्वास हानि देगा। कार्य में बाधा होगी। पत्नी से आश्वासन मिलेगा। स्वयं के निर्णय लाभप्रद रहेंगे। मानसिक संतोष, प्रसन्नता रहेगी। नए विचार, योजना पर चर्चा होगी। दूसरों की नकल न करें। चोट व रोग से बचें। जल्दबाजी से हानि होगी।


🐅सिंह

घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। कार्यों में विलंब से चिंता होगी। मानसिक उद्विग्नता रहेगी। पारिवारिक जीवन संतोषप्रद रहेगा।


🙎‍♀️कन्या

पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। रोजगार में उन्नति एवं लाभ की संभावना है। लाभदायक समाचार मिलेंगे। प्रेम-संबंधों में सफलता मिलेगी। सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी। व्यापार अच्छा चलेगा।


⚖️तुला

वरिष्ठ जन सहायता करेंगे। रुके कार्यों में गति आएगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। रोजगार बढ़ेगा। सतर्कता से कार्य करें। संतान के व्यवहार से सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है। व्यापार में नए अनुबंध आज नहीं करें। आर्थिक तंगी रहेगी।


🦂वृश्चिक

पुराने मित्र व संबंधी मिलेंगे। अच्‍छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न लें। लाभ होगा। कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाएं रखें। आर्थिक अनुकूलता रहेगी। रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा। राज्यपक्ष से लाभ के योग हैं। नई योजनाओं की शुरुआत होगी।


🏹धनु

घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। कार्य पूर्ण होंगे। आय बढ़ेगी। मनोरंजक यात्रा होगी। प्रसन्नता रहेगी। सहयोगी मदद नहीं करेंगे। व्ययों में कटौती करने का प्रयास करें। परिवार में प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है।


🐊मकर

निवेश शुभ रहेगा। बाहरी सहायता से काम होंगे। ईश्वर में रुचि बढ़ेगी। कामकाज की अनुकूलता रहेगी। व्यावसायिक श्रेष्ठता का लाभ मिलेगा। रोमांस में सफलता मिलेगी, आपसी संबंधों को महत्व दें। पूंजी संचय की बात बनेगी। तंत्र-मंत्र में रुचि बढ़ेगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी।


🍯कुंभ

उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। प्रसन्नता बनी रहेगी। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। व्यापार में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कार्य के विस्तार की योजनाएं बनेंगी। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी।


🐟मीन

मेहनत अधिक होगी। आवास संबंधी समस्या हल होगी। आलस्य न करें। सोचे काम समय पर नहीं हो पाएंगे। व्यावसायिक चिंता रहेगी। संतान के व्यवहार से कष्ट होगा। शोक समाचार मिल सकता है। काम में मन नहीं लगेगा। विवाद से बचें।


*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*


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You Tube: 

1. Youtube:  ग्रह वाणी   
https://youtube.com/shorts/xqc6820XshI?si=3BPhBlfPj8-AJ3Bo

2. Youtube:  B I News
https://youtu.be/VwwU7GSmc8o?si=Y4y_DG_etYEolPQ0


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🚩🚩भारत माता की जय🚩🚩

8th pay commission: लाखों पेंशनर्स के लिए बड़ी खुशखबरी! पेंशन में कितनी होगी बढौत्तरी देखें कैलकुलेशन

8th Pay Commission Pension Calculator: 8वें वेतन आयोग के लागू होते ही पेंशनर्स की मासिक इनकम में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है. यानी इस आयोग से न सिर्फ कर्मचारियों की सैलरी, बल्कि रिटायर हो चुके लाखों पेंशनर्स की जिंदगी में भी बड़ा बदलाव आने वाला है.

8th pay commission: लाखों पेंशनर्स के लिए बड़ी खुशखबरी! पेंशन में कितनी होगी बढौत्तरी देखें कैलकुलेशन
केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए बड़ी राहत की खबर है. सरकार ने आखिरकार 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके लिए हाल में  कैबिनेट ने टर्म्स ऑफ रेफरेंस (ToR) को मंजूरी दे दी है. यानी अब सैलरी (Salary Hike) , महंगाई भत्ता (DA Hike) और पेंशन में बढ़ोतरी (Pension Hike) का रास्ता आधिकारिक तौर पर खुल गया है. देश के करीब 50 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनर्स को इसका सीधा फायदा मिलने वाला है.

कब लागू होगी नई सैलरीऔर पेंशन?

सरकार ने आयोग को 18 महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपने की समयसीमा दी है. माना जा रहा है कि अगर सब कुछ तय समय पर हुआ तो नई वेतन प्रणाली (New Pay System) 1 जनवरी 2026 से लागू हो सकती है. यानी जनवरी से नई सैलरी और पेंशन दरें लागू मानी जाएंगी, भले ही पेमेंट थोड़ा बाद में शुरू हो. ऐसे में कर्मचारियों और पेंशनर्स को एरियर का लाभ भी मिलेगा.

क्या होता है फिटमेंट फैक्टर और क्यों अहम है यह फॉर्मूला?

वेतन आयोग में सैलरी और पेंशन बढ़ाने की गणना एक फॉर्मूले से होती है, जिसे फिटमेंट फैक्टर कहा जाता है. इसे आसान भाषा में समझें तो यह एक "मल्टीप्लायर" होता है, जिससे पुरानी सैलरी या पेंशन को गुणा कर नई बेसिक सैलरी या पेंशन तय की जाती है.

पेंशन और सैलरी दोनों में बड़ा इजाफा

7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रखा गया था. यानी जिसकी बेसिक सैलरी ₹10,000 थी, उसकी नई बेसिक सैलरी ₹25,700 हो गई थी. अगर 8वें आयोग में यह फैक्टर 3 या उससे ज्यादा हुआ, तो पेंशन और सैलरी दोनों में बड़ा इजाफा देखने को मिलेगा.

₹25,000 की पेंशन कैसे बढ़कर ₹50,000 हो सकती है?

मान लीजिए अभी किसी की बेसिक पेंशन ₹25,000 है. अगर सरकार फिटमेंट फैक्टर को 2.0 करती है, तो पेंशन सीधे ₹50,000 तक बढ़ जाएगी. यानी पेंशन लगभग दोगुनी हो जाएगी.

अगर किसी का पुराना बेसिक पे ₹40,000 है, तो देखें कैलकुलेशन ऐसे होगी:

  •  फिटमेंट फैक्टर 2.57 होने पर नई बेसिक ₹1,02,800 होगी और पेंशन (50%) ₹51,400 मिलेगी.
  •  अगर फैक्टर 3 रखा गया तो नई बेसिक ₹1,20,000 और पेंशन ₹60,000 होगी.
  •  वहीं अगर फिटमेंट फैक्टर 3.68 हुआ तो पेंशन ₹73,600 तक पहुंच सकती है.

यानी जितना ज्यादा फिटमेंट फैक्टर, उतनी ज्यादा पेंशन में बढ़ोतरी.

महंगाई राहत (Dearness Relief) का भी होगा असर

जब बेसिक पेंशन बढ़ती है, तो उस पर मिलने वाली महंगाई राहत (DR) की रकम भी अपने आप बढ़ जाती है.उदाहरण के लिए अगर पुरानी पेंशन ₹20,000 है और DR 20% है, तो ₹4,000 मिलता है. लेकिन अगर पेंशन ₹30,000 हो गई तो DR ₹6,000 तक पहुंच जाएगा. यानी नई पेंशन के साथ महंगाई से सुरक्षा और बेहतर हो जाएगी.

कर्मचारियों की सैलरी पर भी पड़ेगा असर

पेंशनर्स के साथ-साथ केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी पर भी इसका सीधा असर होगा. अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 तक जाता है, तो ₹25,000 की बेसिक सैलरी बढ़कर ₹71,500 हो सकती है और कुल सैलरी (DA और HRA समेत) ₹90,000 से ज्यादा पहुंच सकती है.

8वें वेतन आयोग की अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जज जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई हैं. उनके साथ प्रोफेसर पुलक घोष पार्ट-टाइम मेंबर और पंकज जैन सचिव के तौर पर जुड़े हैं. आयोग के पास 18 महीने का समय है रिपोर्ट तैयार करने का, जिसके बाद सरकार इसे कैबिनेट में पेश करेगी. मंजूरी मिलते ही नई वेतन और पेंशन व्यवस्था लागू हो जाएगी.

पेंशनर्स को इन मुद्दों से भी राहत की उम्मीद

ET की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑल इंडिया एनपीएस एम्प्लॉइज फेडरेशन के अध्यक्ष मंजीत सिंह पटेल का कहना है कि फिटमेंट फैक्टर के साथ सरकार को कुछ अहम मांगों पर भी ध्यान देना चाहिए  जैसे 40% पेंशन कम्यूटेशन की अवधि को 15 साल से घटाकर 12 साल करना और CGHS के तहत मेडिकल सहायता बढ़ाना. उनका कहना है कि बुजुर्ग पेंशनर्स के लिए ₹3,000 का मेडिकल भत्ता बहुत कम है, इसे ₹20,000 तक बढ़ाया जाना चाहिए.

मात्र 30 दिन चाय ना पी जाए तो शरीर में दिखेंगे लाभकारी परिवर्तन। जानिए आपके प्रश्नों के उत्तर

सुबह खाली पेट चाय पीने से क्या होता है? चाय छोड़ने से क्या फायदे हैं? 1 दिन में कितनी चाय पीनी चाहिए?, भारत में नंबर 1 चाय कौन सी है? चाय कब नहीं पीनी चाहिए? 

मात्र 30 दिन चाय ना पी जाए तो शरीर में दिखेंगे लाभकारी परिवर्तन। जानिए आपके प्रश्नों के उत्तर

हम उस देश में रहते हैं जिस देश में बिना चाय के गुड मॉर्निंग ही नहीं होती, बहुत से लोग चाय को एक दवा की तरह इस्तेमाल करते हैं, जब कि कई इसे नुकसानदेह मानते हैं. इसकी वजह चाय में मौजूद कैफीन और टैनिन जैसे तत्व हैं. चाय पीने का तरीका, मात्रा और समय ही तय करता है कि यह हमारे लिए अमृत है या विष. क्या खाली पेट चाय पीना सही है? क्या दूध वाली चाय फायदेमंद है? क्या चाय हमें बीमार करती है? इन सभी सवालों के जवाब अक्सर हमें भ्रमित करते हैं. हम अक्सर बिना सोचे समझे अपनी आदत को जारी रखते हैं.

Health Faqs About Tea in Hindi: सेहत के नजरिए से इन छोटे-छोटे सवालों के सही और सरल जवाब जानना बहुत जरूरी है, ताकि हम अपनी इस प्यारी आदत को भी स्वस्थ तरीके से निभा सकें और चाय के फायदों का लाभ लेते हुए, इसके नुकसानों से बच सकें. इस लेख में, हम चाय से जुड़े आपके सभी सवालों को एकदम आसान और व्यावहारिक भाषा में जानेंगे, ताकि आप एक स्वस्थ चाय पीने की आदत अपना सकें.

सुबह खाली पेट चाय पीने से क्या होता है? चाय छोड़ने से क्या फायदे हैं? 1 दिन में कितनी चाय पीनी चाहिए?, भारत में नंबर 1 चाय कौन सी है? चाय कब नहीं पीनी चाहिए?

1. चाय का हिंदी नाम क्या है? | Chai ko Hindi me kya kehte 

चाय का हिंदी नाम कोई अलग नहीं है, इसे हिंदी में भी मुख्य रूप से चाय ही कहा जाता है. हालांकि, कुछ शुद्ध हिंदी भाषी या साहित्यिक संदर्भों में इसे दुग्ध जल मिश्रित शर्करा युक्त पर्वतीय बूटी या 'चायपत्ती का काढ़ा' जैसे लंबे नामों से बुला सकते हैं, पर आम बोलचाल में और हर भारतीय घर में इसका सरल नाम 'चाय' ही प्रचलित और मान्य है.

2. 1 दिन में कितनी चाय पीनी चाहिए? | Ek din me kitni chai pini chahiye

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में दो से तीन कप से ज्यादा चाय नहीं पीनी चाहिए. यह मात्रा 300 मिलीग्राम तक कैफीन की दैनिक सुरक्षित सीमा को सुनिश्चित करती है. अगर आप ज़्यादा चाय पीते हैं तो कैफीन की अधिकता से घबराहट, अनिद्रा और एसिडिटी हो सकती है. अपनी चाय की मात्रा सीमित रखकर ही आप इसके फायदों का आनंद ले सकते हैं.

3. चाय गर्म होती है या ठंडी? | Chai ki taseer thandi hoti hai ya garam

चाय का स्वभाव आमतौर पर गर्म होता है क्योंकि इसमें कैफीन और कुछ उत्तेजक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर में हल्की गर्मी पैदा करते हैं और ऊर्जा बढ़ाते हैं. आयुर्वेद के दृष्टिकोण से भी इसे उष्ण (गर्म) माना जाता है. बहुत गर्म चाय पीने से बचना चाहिए क्योंकि यह भोजन नली की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है, लेकिन इसका ठंडा स्वभाव नहीं होता.

4. चाय पीने के बाद तुरंत पानी पीने से क्या नुकसान होता है? |  chai ke bad pani pina chahiye ya nahi

चाय पीने के तुरंत बाद पानी पीने से कई नुकसान हो सकते हैं. तुरंत पानी पीने से दाँतों के इनेमल को नुकसान पहुँचता है क्योंकि अचानक तापमान का बदलाव सेंसिटिविटी बढ़ाता है. इसके अलावा, चाय पीने के बाद पेट का तापमान भी बढ़ा होता है और ठंडा पानी डालने से पाचन क्रिया बाधित हो सकती है, जिससे अपच और एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

5. चाय पीने के बाद कितनी देर में पानी पीना चाहिए? | chai peene ke kitni der baad pani pina chahiye

चाय पीने के बाद आपको कम से कम 20 से 30 मिनट का इंतज़ार करना चाहिए, खासकर ठंडा पानी पीने से पहले. इस अंतराल से दाँतों और पेट को तापमान सामान्य करने का समय मिल जाता है. अगर आपको तुरंत प्यास लगती है, तो आप मुँह को हल्का कुल्ला कर सकते हैं, लेकिन पानी पीने से पहले थोड़ा रुकना पाचन तंत्र के लिए बेहतर होता है.

6. सुबह खाली पेट चाय पीने से क्या होता है? | khali pet chai peene ke nuksan

सुबह खाली पेट चाय पीना सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है. यह पेट में एसिड यानी हाइड्रोक्लोरिक एसिड के स्राव को बढ़ाती है. खाली पेट में इस एसिड की अधिकता से एसिडिटी, पेट में जलन, और गैस्ट्रिक अल्सर जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है. खाली पेट चाय पीने से शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण भी प्रभावित हो सकता है.

7. असली चाय कौन सी है? | asli chandi ki pehchan

असली चाय से मतलब आमतौर पर कैमेलिया साइनेंसिस पौधे से बनी चाय से होता है, जिसमें ब्लैक टी (काली चाय), ग्रीन टी, ऊलोंग टी और व्हाइट टी शामिल हैं. भारत में सबसे ज़्यादा पी जाने वाली काली चाय ही असली चाय है. हर्बल चाय, जैसे कि अदरक या पुदीने की चाय, को तकनीकी रूप से 'चाय' नहीं बल्कि 'टिसेन' या 'हर्बल इन्फ्यूजन' कहा जाता है.

8. चाय छोड़ने से क्या फायदे हैं? | chai chorne ke fayde

चाय छोड़ने से कई फायदे होते हैं. कैफीन की निर्भरता खत्म होती है, जिससे सिरदर्द और घबराहट कम होती है. एसिडिटी और पेट की जलन में भारी कमी आती है. दाँतों पर दाग पड़ने की समस्या खत्म होती है. इसके अलावा, चीनी वाली चाय छोड़ने से कैलोरी की मात्रा कम होती है और नींद की गुणवत्ता में भी सुधार होता है.

9. चाय पीने का सही समय क्या है, चाय पीने का सबसे अच्छा समय क्या है? | Chai Kab Pini Chaiye

चाय पीने का सबसे अच्छा समय भोजन के एक या दो घंटे बाद का होता है. सुबह खाली पेट या रात को सोने से ठीक पहले चाय पीना गलत है. सुबह नाश्ते के बाद और शाम को नाश्ते के साथ चाय पीना सबसे सही समय माना जाता है. इस समय यह ऊर्जा देती है और पाचन में भी बाधा नहीं डालती.

10. चाय कितने घंटे तक पी सकते हैं? | Chai Kitne Ghante tak Pi sakte hain

चाय को घंटों तक बनाकर रखने या बार-बार गर्म करके पीने से उसके स्वाद और स्वास्थ्य लाभ दोनों कम हो जाते हैं. चाय बनाने के बाद उसे ताज़ा ही पी लेना सबसे अच्छा है. अगर बहुत ज़रूरी हो तो इसे बनाने के 1 घंटे के भीतर पी लेना चाहिए. इससे ज़्यादा समय रखने पर उसमें हानिकारक बैक्टीरिया पनपने का खतरा रहता है और टैनिन कड़वापन बढ़ा देते हैं.

11. बिना दूध की चाय पीने से क्या फायदा होता है? | Bina dudh ki chai ke fayde

बिना दूध की चाय, यानी काली चाय या ग्रीन टी, पीने से ज़्यादा स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं. दूध जोड़ने से चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स (खासकर कैटेचिन) का असर कम हो जाता है. बिना दूध की चाय हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहतर होती है, मेटाबॉलिज्म बढ़ाती है, और वज़न घटाने में ज़्यादा प्रभावी होती है.

12. चाय की जगह क्या पी सकते हैं? | chai ki jagah kya pi sakte hai

चाय की जगह आप कई स्वस्थ विकल्प पी सकते हैं. सबसे अच्छे विकल्पों में हर्बल इन्फ्यूजन जैसे अदरक वाली चाय (बिना पत्ती), नींबू पानी, पुदीने की चाय, या कैमोमाइल चाय शामिल हैं. इसके अलावा, नारियल पानी, छाछ, या फलों के ताज़ा जूस भी चाय की जगह ऊर्जा और हाइड्रेशन प्रदान करने का काम करते हैं.

13. दूध वाली चाय पीने से क्या फायदा होता है? | Doodh wali chai peene ke Fayde

दूध वाली चाय का मुख्य फायदा यह है कि दूध चाय के कड़कपन और एसिडिटी पैदा करने वाले प्रभाव को कम कर देता है, जिससे यह पेट के लिए थोड़ी आसान हो जाती है. दूध से कैल्शियम और प्रोटीन की थोड़ी मात्रा भी मिलती है. हालांकि, दूध मिलाने से चाय के एंटीऑक्सीडेंट गुण कम हो जाते हैं, इसलिए इसका फायदा कम और संतुष्टि ज़्यादा मिलती है.

14. चाय पीने से कौन सी बीमारी होने का खतरा रहता है? | Chai Pine se Kaun Si Bimari Hoti hai

अत्यधिक चाय पीने से कई बीमारियों का खतरा रहता है. कैफीन की अधिकता से अनिद्रा, उच्च रक्तचाप और दिल की धड़कन अनियमित होने का खतरा बढ़ता है. वहीं, खाली पेट या अत्यधिक कड़क चाय पीने से गैस्ट्रिक अल्सर और एसिडिटी जैसी पेट की गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता है.

15. चाय में कौन सा हानिकारक पदार्थ होता है? | Chai me kya hota hai

चाय में मुख्य रूप से दो हानिकारक पदार्थ होते हैं: कैफीन और टैनिन. कैफीन अधिक मात्रा में लेने पर दिल और तंत्रिका तंत्र पर बुरा असर डालता है. टैनिन, खासकर खाने के तुरंत बाद पीने पर, शरीर में आयरन जैसे ज़रूरी पोषक तत्वों के अवशोषण को बाधित करता है, जिससे एनीमिया हो सकता है.

16. भारत में नंबर 1 चाय कौन सी है? | Bharat ki no 1 chai kaun si hai

भारत में सबसे ज़्यादा पसंद की जाने वाली और नंबर 1 चाय आमतौर पर असम टी और दार्जिलिंग टी को माना जाता है. असम की चाय अपनी तेज़ पत्ती, कड़क स्वाद और गहरे रंग के लिए लोकप्रिय है. वहीं, दार्जिलिंग टी अपनी खास खुशबू और हल्के स्वाद के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रीमियम मानी जाती है.

17. चाय कब नहीं पीनी चाहिए? | Chai Kab Nahi Pini Chahiye

चाय पीने से बचने के तीन मुख्य समय हैं: 1. सुबह खाली पेट, क्योंकि इससे एसिडिटी होती है. 2. भोजन के तुरंत बाद, क्योंकि यह आयरन के अवशोषण को रोकती है. 3. रात को सोने से ठीक पहले, क्योंकि कैफीन नींद खराब कर सकता है. इन तीन समय को छोड़कर चाय पीना सबसे सुरक्षित होता है.

18. अगर मैं 30 दिनों के लिए चाय पीना बंद कर दूं तो क्या होगा? | 30 Din tak Chai chhodne se Kya hoga

अगर आप 30 दिनों के लिए चाय पीना बंद कर देते हैं, तो शुरुआत में आपको सिरदर्द और थकान जैसे कैफीन विथड्रावल के लक्षण दिख सकते हैं. लेकिन, एक हफ्ते के बाद, आपको अपनी नींद की गुणवत्ता में सुधार महसूस होगा, एसिडिटी कम होगी, और एनर्जी का स्तर स्थिर रहेगा. आपके दाँतों पर दाग कम होंगे और अनावश्यक कैलोरी का सेवन भी रुक जाएगा.

19. रात को सोते समय चाय पीने के क्या फायदे हैं? | Raat me Chai Pine Ke Fayde 

रात को सोते समय कैफीन वाली चाय पीने का कोई फायदा नहीं है, बल्कि यह नुकसानदेह है क्योंकि यह नींद में बाधा डालती है. हालांकि, हर्बल चाय (बिना कैफीन वाली) जैसे कैमोमाइल या लेमनग्रास की चाय पीने के फायदे हो सकते हैं. ये चाय तंत्रिका तंत्र को शांत करती हैं और बेहतर नींद को बढ़ावा देती हैं.

20. चाय में घी डालकर पीने से कौन सी बीमारी ठीक होती है? | Chai Me Ghee Dalkar Pine se Kya Hota Hai

चाय में घी डालकर पीने से कोई खास बीमारी ठीक होने का वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. हालांकि, कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में लोग इसे एक पारंपरिक पेय के रूप में पीते हैं. घी डालने से चाय की कड़वाहट कम होती है और यह पेट की परत को चिकनाई प्रदान करता है, जिससे चाय से होने वाली एसिडिटी कुछ हद तक कम हो सकती है, लेकिन यह किसी बीमारी का इलाज नहीं है.

21. खाली पेट चाय पीने से सेहत पर क्या असर पड़ता है? | Khali Pet Chai Pine se Kya Hota Hai

खाली पेट चाय पीने से सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है. यह पेट में गैस्ट्रिक एसिड की मात्रा को अत्यधिक बढ़ा देती है, जिससे अल्सर, अपच और जलन होती है. यह मेटाबॉलिज्म को भी बाधित करती है और सुबह-सुबह शरीर को डिहाइड्रेट करती है, जिससे दिनभर कब्ज की शिकायत रह सकती है.

22. सबसे अच्छी चाय की पत्ती कौन सी है? | Sabse Achchi Chai Patti Kaun Si Hai

सबसे अच्छी चाय की पत्ती आपकी पसंद पर निर्भर करती है. सेहत के लिहाज से, ग्रीन टी को सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स सबसे ज़्यादा होते हैं. स्वाद और कड़कपन के मामले में, असम की सीटीसी (CTC) चाय और खुशबू के लिए दार्जिलिंग की ऑर्थोडॉक्स चाय को सबसे अच्छी चाय पत्ती माना जाता है.

23. रोज चाय पीने से क्या-क्या फायदे होते हैं? | Rojana Chai Peene se Kya Hota Hai

रोजाना सीमित मात्रा में चाय पीने के फायदे हैं: यह मस्तिष्क को तुरंत ऊर्जा और सतर्कता देती है, जिससे काम में मन लगता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं. साथ ही, यह तनाव को कम करने और मूड को बेहतर बनाने में भी सहायक होती है, खासकर सामाजिक माहौल में.

24. बिना दूध की चाय पीने से क्या फायदा होता है? | Bina Dudh Ki Chai ke kya Fayde Hain

बिना दूध की चाय पीने से चाय के एंटीऑक्सीडेंट गुण पूरी तरह से शरीर को मिलते हैं. दूध मिलाने से ये गुण कम हो जाते हैं. इसलिए, बिना दूध की चाय वजन घटाने में ज़्यादा मदद करती है, दिल के लिए बेहतर होती है और इसमें कैलोरी भी काफी कम होती है, जो इसे एक सेहतमंद विकल्प बनाती है.

25. चाय पीने से शरीर में क्या दिक्कत होती है? | Chai Pine se Shareer me Kya Hota Hai

अत्यधिक चाय पीने से शरीर में कई दिक्कतें होती हैं: यह आयरन और कैल्शियम जैसे ज़रूरी मिनरल्स का अवशोषण रोकती है, जिससे शरीर में इनकी कमी हो सकती है. ज़्यादा कैफीन से दिल की धड़कन तेज़ हो सकती है और गैस्ट्रिक समस्याएँ बढ़ सकती हैं. बहुत गर्म चाय पीने से भोजन नली को भी नुकसान हो सकता है.

26. चाय पीने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए? | Vhai Peene Ke Baad Kya Nahi Khana Chahiye

चाय पीने के बाद आपको ठंडी चीजें, खासकर ठंडा पानी या आइसक्रीम, नहीं खानी चाहिए क्योंकि यह दाँतों और पेट के लिए नुकसानदेह है. इसके अलावा, चाय के साथ या तुरंत बाद आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे पालक या बीन्स नहीं खाने चाहिए, क्योंकि चाय का टैनिन आयरन को अवशोषित नहीं होने देता.

27. चाय में कौन सा रोग होता है? | Chai se Kaun Si Bimari Hoti Hai

चाय खुद में कोई रोग नहीं है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन कई रोगों को जन्म दे सकता है. ज़्यादा चाय पीने से होने वाले मुख्य रोग हैं: गंभीर एसिडिटी और गैस्ट्राइटिस (पेट की सूजन), आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया और अधिक कैफीन से होने वाला उच्च रक्तचाप. बहुत गर्म चाय से भोजन नली का कैंसर भी हो सकता है.

28. सुबह बासी मुंह चाय पीने से क्या होता है? | Basi Munh Chai Pine Se Kya Hota Hai 

सुबह बासी मुंह चाय पीने से वही नुकसान होते हैं जो खाली पेट चाय पीने से होते हैं. रात भर पेट खाली रहने के कारण पेट में एसिड की मात्रा पहले ही ज़्यादा होती है और चाय इसे और बढ़ा देती है. इससे एसिड रिफ्लक्स, सीने में जलन और पेट खराब होने जैसी समस्याएँ तुरंत महसूस होती हैं.

29. कौन सी चाय सेहत के लिए खराब है? | Kaun Si Chai Sabse Kharab Hai

सेहत के लिए सबसे ज़्यादा खराब वह चाय है जिसमें अत्यधिक मात्रा में चीनी, क्रीम या कृत्रिम फ्लेवर मिलाए जाते हैं. साथ ही, बहुत ज़्यादा उबाली हुई कड़क और बार-बार गर्म की गई चाय भी सेहत के लिए खराब होती है, क्योंकि यह एसिडिटी और हार्टबर्न को बढ़ाती है. हर्बल टी में भी मिलावटी या खराब गुणवत्ता वाली चाय खराब हो सकती है.

30. चाय छोड़ने से क्या फायदे हैं? | chai Chhodne ke Kya Fayde Hain

चाय छोड़ने से सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आपका पेट शांत रहता है और एसिडिटी की समस्या खत्म हो जाती है. शरीर कैफीन पर निर्भर होना बंद कर देता है, जिससे आपकी वास्तविक ऊर्जा का स्तर स्थिर होता है. साथ ही, आयरन अवशोषण बेहतर होता है और बिना चीनी वाली चाय छोड़ने पर वज़न घटाने में मदद मिलती है.

31. चाय पीने से कौन सी बीमारी दूर होती है? | Chai Pine se Kaun si Bimari dur Hoti Hai

चाय पीने से सीधे तौर पर कोई बीमारी दूर नहीं होती, लेकिन सीमित मात्रा में ग्रीन टी या काली चाय पीने से कुछ बीमारियों का खतरा कम हो सकता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हृदय रोगों के जोखिम को कम करते हैं और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण कुछ प्रकार की सूजन को कम करने में मदद करते हैं.

32. क्या चाय पीने से वजन कम होता है? | Kya Chai Pine se Vajan Kam Hota Hai

जी हाँ, बिना दूध और चीनी वाली ब्लैक टी या ग्रीन टी पीने से वजन कम करने में मदद मिल सकती है. ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं और वसा जलाने की प्रक्रिया को तेज़ करते हैं. हालांकि, यह कोई जादुई दवा नहीं है; इसे संतुलित आहार और व्यायाम के साथ ही प्रभावी माना जाता है.

33. काली चाय पीने से क्या फायदा होता है? | Black Tea Ke Kya Fayde Hain

बिना दूध की चाय पीने से आपके शरीर को चाय के प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स, जिन्हें कैटेचिन कहते हैं, का पूरा फायदा मिलता है. दूध मिलाने से ये एंटीऑक्सीडेंट्स निष्क्रिय हो जाते हैं. इसलिए, यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने, वज़न प्रबंधन में मदद करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अधिक प्रभावी होती है.

34. गुड़ की चाय पीने से क्या होता है? | Gud Ki Chai Pine Se Kya Hota Hai

गुड़ की चाय पीने से थोड़ी गरमाहट और ऊर्जा मिलती है. गुड़ चीनी की तुलना में थोड़ा बेहतर विकल्प माना जाता है क्योंकि इसमें आयरन और कुछ मिनरल्स होते हैं. यह सामान्य चीनी वाली चाय की तुलना में पाचन के लिए थोड़ी हल्की होती है, खासकर सर्दियों में इसे गले के लिए भी अच्छा माना जाता है.

35. पीने के लिए सबसे सुरक्षित चाय कौन सी है? | Kaun Si Chai Sabse Safe Hai

पीने के लिए सबसे सुरक्षित चाय वह है जिसमें कैफीन या तो बहुत कम हो या न हो. हर्बल चाय, जैसे कि कैमोमाइल, पुदीना या अदरक की चाय, सबसे सुरक्षित मानी जाती है. कैफीन वाली चाय में, व्हाइट टी और ग्रीन टी सबसे सुरक्षित हैं, बशर्ते उन्हें बिना चीनी और दूध के सीमित मात्रा में पिया जाए.

36. क्या चाय से पेट में गैस बनती है? | Kya Chai Pine se Gas Banti Hai

जी हाँ, चाय से पेट में गैस बन सकती है, खासकर अगर आप इसे खाली पेट, बहुत कड़क, या अत्यधिक मात्रा में पीते हैं. चाय में मौजूद टैनिन पेट में एसिड के स्राव को बढ़ा देते हैं, जिससे पेट फूलना और गैस बनने की समस्या बढ़ जाती है. दूध वाली चाय भी कुछ लोगों में गैस का कारण बन सकती है.

37. अगर आप 30 दिनों तक रोजाना ग्रीन टी पीते हैं तो आपके शरीर का क्या होता है?

अगर आप 30 दिनों तक रोजाना ग्रीन टी पीते हैं, तो आपके शरीर के एंटीऑक्सीडेंट्स का स्तर बेहतर होता है. आपका मेटाबॉलिज्म हल्का-सा तेज़ हो सकता है, जिससे वज़न घटाने में मदद मिलती है. आपकी त्वचा स्वस्थ हो सकती है और हृदय स्वास्थ्य के संकेतकों में सुधार हो सकता है. यह तनाव कम करने में भी सहायक हो सकती है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. B.I.News (www.newsbin24.com) इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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