आज का पांचांग दिन शुक्रवार दिनांक 04/07/2025
🌞सुप्रभातम🌞
⚜️««« *आज का पंचांग* »»»⚜️
दिनांक:- 04/07/2025, शुक्रवार
कलियुगाब्द
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भारतीय जनता पार्टी जूही मंडल के अध्यक्ष दीपू पासवान द्वारा डॉक्टर समरदीप पांडेय को जूही मंडल किसान मोर्चा से पदोन्नति करते हुए जूही मंडल की मेन बॉडी में मंडल मंत्री नियुक्त किया गया। डॉक्टर समरदीप पांडेय ने जूही मंडल किसान मोर्चा में एक अलग ही पहचान बनाई पार्टी हित में किए गए कार्यों को देखते भाजपा की मेंन बॉडी में मंत्री पद पर जिम्मेदारी सौंपी गई ।
पद ग्रहण करने के बाद डॉक्टर पांडेय भारतीय जनता पार्टी किदवई नगर विधानसभा लोकप्रिय विधायक श्री महेश त्रिवेदी जी एवं जिला अध्यक्ष शिवराम सिंह से शिष्टाचार भेंट कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। माननीय विधायक जी एवं जिला अध्यक्ष शिवराम सिंह ने डॉक्टर पांडे को अंग वस्त्र पहनाकर माल्यार्पण कर मुंह मीठा कराकर उन्हें उज्जवल राजनीतिक भविष्य की बधाई दी इस मौके पर डॉक्टर समरदीप पांडेय ने कहा इस दायित्व को निष्ठा और ईमानदारी से निभाने का पूरा प्रयास किया जाएगा उपस्थित भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने डॉक्टर समरदीप पांडेय को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
आई एम सॉरी पापा! मुझे यह जिंदगी पसंद नहीं, अब मैं और नहीं जी सकती, मैं जा रही हूं...कहते हैं पिता के लिए बेटी उसकी जान होती है. वह उसे हिम्मत देता है, उसका आत्मसम्मान की अहमियत बताता है ताकि वह आगे चलकर पूरे विश्वास के साथ अपनी जिंदगी को जी सके. लेकिन रिधान्या के पिता को जब उनकी ही बेटी ने मरने से पहले अपनी जिंदगी का सच बताया तो वह टूट गए. तमिलनाडु के तिरुपुर में दहेज की वजह से 27 साल की रिधान्या ने आत्महत्या कर ली. आपको बता दें कि यह वाकया तब हुआ है जब उसके पिता ने दहेज में कई ग्राम सोना और एक लग्जरी वॉल्वो कार दी थी.
तमिलनाडु के तिरुपुर में दहेज को लेकर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना करने के बाद रिधान्या ने आत्महत्या कर ली. उसके पति और ससुराल वालों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रिधान्या के पिता एक गारमेंट मैन्युफैक्चरर अन्नादुरर्इ की बेटी थी. इस साल अप्रैल में ही उसकी शादी 28 साल के कविन कुमार से हुई थी. इंडियन एक्सप्रेस ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से बताया कि दहेज में रिधान्या के पिता ने 500 सोने के सिक्के और 70 लाख रुपये की एक लग्जरी वोल्वो कार देने का वादा किया तब जाकर यह रिश्ता तय हुआ. शादी के दौरान सिर्फ 300 सिक्के ही दिए गए थे और बाकी 200 के लिए लगातार दबाव बढ़ता गया. जिसकी वजह से उसे प्रताड़ित किया जा रहा था.
शनिवार को रिधान्या अपने ससुराल से यह कहकर निकली कि वह मोंडिपलायम मंदिर जा रही है. कई घंटे बाद पुलिस को इलाके में खड़ी एक कार के बारे में पता चला. अंदर, उन्होंने रिधान्या को बेहोश पाया जिसके मुंह से झाग निकल रहा था. बताया जा रहा है कि उसने कीटनाशक की गोलियां खा ली थीं. उसके शव को अविनाशी के सरकारी अस्पताल भेजा गया और रविवार को पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दिया गया.
अपनी मौत से कुछ समय पहले अपने पिता को भेजे गए सात व्हाट्सएप वॉयस मैसेजेस भेजा थे. इनमें रिधान्या ने विस्तार से बताया कि उसे क्या-क्या झेलना पड़ा है. उसने अपने पति और उसके माता-पिता पर रोजाना मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और कविन पर उसके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया. उसने एक मैसेज में कहा, 'मुझे यह जीवन पसंद नहीं है. मैं अब और जिंदा नहीं रह सकती हूं. आप और मां ही मेरी दुनिया हैं. मुझे माफ करना, पापा - सब कुछ खत्म हो गया है. मैं जा रही हूं.'
रिधान्या के पिता अन्नादुरई के अनुसार वह अपनी शादी के 15 दिन बाद ही घर लौट आई थी और काफी दुखी और परेशान थी. उन्होंने कहा, 'मैंने उसे एडजस्ट करने के लिए कहा. तब मुझे नहीं पता था कि यह इतना बुरा होगा.' उन्होंने बताया कि रिधान्या के बार-बार अनुरोध करने के बाद, उसकी सास ने उससे मुलाकात की और माफी मांगी लेकिन हालात नहीं बदले. अन्नादुरई ने कहा कि जब वह फिर से लौटी, तब तक 'वह पूरी तरह से टूट चुकी थी.'
उन्होंने याद किया कि कैसे परिवार ने अपने दहेज की तुलना दूसरों से की. रिधान्या के ससुराल ने 100 करोड़ रुपये की मांग की थी जैसे बाकी दूल्हों को बिजनेस शुरू करने के लिए मिले थे. अन्नादुरई ने कहा, 'उन्होंने हमें धोखा दिया.' इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि कोई ओर परिवार उनके परिवार की तरह पीड़ित न हो. चेयूर पुलिस ने कविन कुमार और उसके माता-पिता, ईश्वरमूर्ति और चित्रादेवी को दहेज उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों में गिरफ्तार किया है. मामले की जांच जारी है.
ब्यास के रौद्र प्रवाह के बीच मंडी शहर का प्राचीन पंचवक्त्र महादेव मंदिर चट्टान की तरह डटा रहा. इस चमत्कार ने लोगों को अचंभे में डाल दिया.
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में जब आसमान से आफत बरसी और ब्यास नदी विकराल रूप में उफान पर आई, तब भी एक चमत्कार ने लोगों को अचंभे में डाल दिया. ब्यास के रौद्र प्रवाह के बीच मंडी शहर का प्राचीन पंचवक्त्र महादेव मंदिर, चट्टान की तरह डटा रहा. इस बार नदी की जलधारा मंदिर की परिक्रमा करते हुए निकल गई, लेकिन अंदर प्रवेश न कर सकी.
ये वही पंचवक्त्र मंदिर है, जो जुलाई 2023 की तबाही में पानी से लबालब भर गया था. उस वक्त मंदिर का दरवाजा तक नहीं खुल पा रहा था और अंदर केवल नंदी बैल के सींग ही नजर आते थे. मंदिर का अंदरूनी हिस्सा पूरी तरह सिल्ट से भर गया था और मंदिर तक जाने वाला पुल ब्यास की धार में बह गया था. पानी उतरने के तीन दिन बाद जब मंदिर पूरी तरह प्रकट हुआ, तो श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गई थीं.
इस बार बारिश की रफ्तार और ब्यास का वेग फिर डराने वाला रहा. पंडोह डैम का जलस्तर खतरे के निशान 2941 फीट के बेहद करीब 2922 फीट तक पहुंच गया. बीती रात डेढ़ लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया.
10 जुलाई 2023 को पंचवक्त्र मंदिर का ऐसा था हाल
मंदिर में साक्षात भगवान शिव का वास!
ब्यास की लहरें पूरे शहर में घुस आईं और जगह-जगह जलभराव हो गया, लेकिन पंचवक्त्र मंदिर एक बार फिर 'अडिग शिव की उपस्थिति' का प्रतीक बनकर खड़ा रहा. स्थानीय लोग इसे भगवान शिव की कृपा का चमत्कार मानते हैं. उनका कहना है कि इस मंदिर में साक्षात शिव का वास है, तभी हर संकट में ये मंदिर अडिग रहता है. ये मंदिर ब्यास और सुकेती नदियों के संगम पर स्थित है, जहां इसकी स्थिति सबसे अधिक जोखिम भरी मानी जाती है.
1 जुलाई 2025 को पंचवक्त्र मंदिर का हाल
पंचवक्त्र महादेव मंदिर का निर्माण 16वीं सदी में राजा अजबर सेन ने करवाया था. भूतनाथ और त्रिलोकीनाथ मंदिरों की शैली में बना यह शिव मंदिर मंडी की पहचान है, जहां देश भर से श्रद्धालु पहुंचते हैं. मंडी जाने वाला लगभग हर शिवभक्त इस मंदिर के दर्शन किए बगैर नहीं लौटता. इस मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि यहां भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यह सिर्फ मंदिर नहीं, बल्कि आस्था का वो चट्टान है जो हर बाढ़ को परिक्रमा करा देती है, लेकिन अपनी जड़ों पर अडिग रहता है.
मंडी में बीते कुछ दिनों में बादल फटने की घटनाओं ने मंडी को बुरी तरह हिलाकर रख दिया. गोहर, करसोग, थुनाग और धर्मपुर में 7 जगह बादल फटे. अकेले गोहर में 9 लोग बह गए. जलप्रलय में कई मकान ध्वस्त हो गए. संघोल में 24 घंटे में 223.6 मिमी बारिश दर्ज की गई. मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने अब तक 500 करोड़ रुपये से अधिक नुकसान का अनुमान जताया है.
NDRF और SDRF की टीमें राहत और बचाव में जुटी हैं. प्रशासन का दावा है कि अब तक मंडी में 278 लोगों समेत कुल मिलाकर 332 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. हालांकि इस प्राकृतिक आपदा के बीच पंचवक्त्र मंदिर ने लोगों को फिर भरोसे और आस्था का नया संबल दे दिया है.
हल्दी से कैसे साफ करें पीले दांत? डॉक्टर बताया इन 2 तरीकों से साफ हो जाएगी दांतों की पीली परत, मोती जैसे दिखेंगे दांत
मामले को लेकर योग गुरु ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉक्टर हंसाजी हल्दी का इस्तेमाल करने की सलाह देती हैं. आयुर्वेद विशेषज्ञ के मुताबिक, हल्दी में कर्क्यूमिन (Curcumin) नाक का एक शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी तत्व होता है. ये मुंह के रोगों जैसे मसूड़ों की सूजन, कैविटी, प्लाक और ओरल इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है. इसके साथ ही कर्क्यूमिन दांतों से पीलापन हटाकर उन्हें चमकदार बनाने में भी असर दिखाता है. हल्दी एक माइल्ड एब्रेसिव है, जो दांतों की सतह से दाग-धब्बे हटाकर सफेदी लौटाती है.
हल्दी से कैसे साफ करें दांत?इसके लिए आप दो तरीके फॉलो कर सकते हैं.
नंबर 1- हल्दी का पेस्टडॉक्टर हंसाजी बताती हैं, इन उपाय की मदद से आप बिना किसी साइड इफैक्ट के पीले दांतों को साफ कर सकते हैं, साथ ही ओरल हेल्थ से जुड़ी और भी कई परेशानियों से निजात पा सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. B.I.News (www.newsbin24.com) इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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दिनांक:- 02/07/2025, बुधवार
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